देश के टॉप बोर्डिंग स्कूल कौन से हैं और वे कहां स्थित हैं?
क्या है खबर?
सभी के माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे अच्छी स्कूली शिक्षा प्राप्त करें। इसलिए बच्चों का एडमिशन कराते समय माता-पिता को संस्थान का चयन बहुत सावधानी से करना होता है।
कई अभिभावक ऐसे भी हैं जो अपने बच्चों के लिए बोर्डिंग स्कूल के विकल्प पर भी विचार करते हैं।
अगर आप भी अपने बच्चे का एडमिशन किसी बोर्डिंग स्कूल में कराने की सोच रहे हैं तो हम आपको ऐसी ही कुछ स्कूलों की जानकारी देने जा रहे हैं।
बोर्डिंग
बोर्डिंग स्कूल क्या होते हैं?
बोर्डिंग स्कूल एक तरह के आवासीय स्कूल होते हैं जहां बच्चों के लिए शिक्षा के साथ-साथ रहने, खाने और ट्यूशन जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाती हैं। विदेशों में ऐसे स्कूलों का चलन अधिक है।
कुछ परिवारों या संस्कृतियों में यह एक परंपरा या मजबूरी होती है और बच्चे के छात्र जीवन के कुछ या अधिकांश हिस्से को परिवार से दूर रखने के लिए ऐसा किया जाता है। इसके लिए वे बोर्डिंग स्कूल का सहारा लेते हैं।
तमिलनाडु
मोंटफोर्ट स्कूल
यह तमिलनाडु के यरकौड में स्थित एक को-एड स्कूल है जहां लड़के और लड़कियों दोनों को सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान की जाती है।
यह स्कूल 1 जून, 1917 को शुरू किया गया था और इसे गेब्रियाल के मोंटफोर्ट ब्रदर्स द्वारा चलाया जाता है।
सर्वश्रेष्ठ बोर्डिंग स्कूल के रूप में माने जाने वाले इस स्कूल में कक्षा 3 से 7 के छात्रों को पढ़ाया जाता है।
शशि थरूर और रोजर बिन्नी जैसे कुछ प्रसिद्ध लोग इस स्कूल से पढ़ाई कर चुके हैं।
देहरादून
दून स्कूल
देहरादून के दून स्कूल को भारत के दूसरे सर्वश्रेष्ठ बोर्डिंग स्कूल के रूप में जाना जाता है।
इसकी स्थापना 1935 में हुई थी और यहां केवल लड़कों को शिक्षा प्रदान की जाती है। इसका कैंपस 72 एकड़ जमीन में फैला हुआ है और इस स्कूल में एडमिशन लेना आसान नहीं है।
इस स्कूल से पढ़ने वाले प्रसिद्ध लोगों की सूची में राजीव गांधी, राहुल गांधी, करण थापर, प्रणय रॉय और शिवेंद्र मोहन सिंह जैसे लोग शामिल हैं।
माउंट आबू
सेंट मैरी हाई स्कूल
यह स्कूल राजस्थान के माउंट आबू में स्थित है और इसे भारत का तीसरे सर्वश्रेष्ठ बोर्डिंग स्कूल माना जाता है।
आवासीय परिसर के साथ-साथ इस संस्थान में एक डे स्कूल भी है।
इस स्कूल का शैक्षणिक सत्र हर साल मार्च से नवंबर तक चलता है।
यहां कक्षा 4 से 10 तक के छात्रों को शिक्षा प्रदान की जाती है और इसके साथ-साथ छात्रों को कई आधुनिक सुविधाएं भी दी जाती हैं।
डलहौजी
डलहौजी पब्लिक स्कूल
डलहौजी पब्लिक स्कूल हिमाचल प्रदेश के डलहौजी में स्थित एक को-एड स्कूल है।
इस स्कूल की स्थापना 1970 में हुई थी और इसका संचालन डलहौजी पब्लिक स्कूल एजुकेशनल सोसाइटी की तरफ से किया जाता है।
यह भारत के सबसे खूबसूरत स्कूलों में से एक है और यहां किंडरगार्टन से लेकर कक्षा 12 तक के बच्चों को शिक्षा दी जाती है।
यह स्कूल केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से मान्यता प्राप्त है।
राजकोष
राजकुमार स्कूल
यह स्कूल गुजरात के राजकोट शहर में स्थित है और यह CBSE से मान्यता प्राप्त है। इसे 1868 में स्थापित किया गया था और इसका परिसर कुल 26 एकड़ में फैला हुआ है।
यह भारत के सबसे पुराने और प्रसिद्ध संस्थानों में से एक है। इसकी स्थापना राजकुमारों द्वारा रियासत की शिक्षा के लिए की गई थी।
भारत के कई राजाओं और महाराजाओं के बच्चों ने भी इसी स्कूल से शिक्षा प्राप्त की है।