दिल्ली: नर्सरी स्कूलों में 15 दिसंबर से शुरू होगी एडमिशन की प्रक्रिया, जानें शेड्यूल
दिल्ली के नर्सरी स्कूलों में एडमिशन के लिए 15 दिसंबर, 2021 से एडमिशन फॉर्म मिलना शुरू हो जाएंगे। अगर आप भी अपने बच्चे का दाखिला नर्सरी कक्षा में कराना चाहते हैं तो इस तारीख से संबंधित स्कूल से एडमिशन फॉर्म ले सकते हैं। डायरेक्टरेट ऑफ एजुकेशन (DOE) द्वारा जारी निर्देश के अनुसार नर्सरी, KG और कक्षा एक में एडमिशन लेने की आखिरी तारीख 7 जनवरी, 2022 है। प्रवेश प्रक्रिया 31 मार्च, 2022 तक पूरी कर ली जाएगी।
किस कक्षा में एडमिशन के लिए कितनी आयु होनी चाहिए?
एडमिशन के लिए आवेदन करने वाले बच्चों की आयु की गणना 31 मार्च, 2021 के आधार पर होगी। नर्सरी में दाखिला लेने के लिए बच्चों की न्यूनतम आयु सीमा तीन वर्ष और अधिकतम आयु चार वर्ष होनी चाहिए। KG में दाखिला लेने वाले बच्चों की न्यूनतम आयु सीमा चार वर्ष और अधिकतम आयु पांच वर्ष होनी चाहिए। पहली कक्षा के लिए बच्चों की न्यूनतम आयु सीमा पांच वर्ष तय की गई है और अधिकतम आयु सीमा छह वर्ष है।
आवेदन के दौरान इन दस्तावेज की पड़ेगी जरूरत
नर्सरी में एडमिशन लेने के लिए अभिभावक संबंधित स्कूल से प्रोस्पेक्ट्स ले सकते हैं, हालांकि इसे खरीदना जरूरी नहीं है। स्कूलों से आवेदन पत्र 25 रूपये का शुल्क देकर खरीदे जा सकते हैं। एडमिशन के समय जिन जरूरी दस्तावेजों की जरूरत पड़ेगी उनमें बच्चे की पासपोर्ट साइज की फोटो, माता-पिता या अभिभावक की पासपोर्ट साइज की फोटो, परिवार की तस्वीर, बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट और बच्चे का आधार कार्ड शामिल हैं।
एडमिशन से जुड़ी ये महत्वपूर्ण तिथियां
प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ होने की तिथि: 15 दिसंबर, 2021 स्कूलों में आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि: 7 जनवरी, 2022 चयनित बच्चों की पहली सूची और पहली वेटिंग सूची जारी होने की तिथि: 4 फरवरी, 2022 चयनित बच्चों की दूसरी सूची और दूसरी वेटिंग सूची जारी होने की तिथि: 21 फरवरी, 2022 बच्चों की तीसरी वेटिंग सूची जारी होने की तिथि: 15 मार्च, 2022 प्रवेश प्रक्रिया की अंतिम तिथि: 31 मार्च, 2022
मानकों में मनमानी कर रहे स्कूल
नर्सरी दाखिले के लिए यदि घर के आसपास स्कूल परिवहन उपलब्ध नहीं है तो अभिभावकों को दाखिले से वंचित होना पड़ सकता है। दाखिला मानकों में ज्यादातर स्कूलों ने आसपास के रहने वाले बच्चों और पूर्व छात्रों को ही सर्वाधिक अंक दिए हैं। इन मानकों में भी स्कूल अपनी मनमानी कर रहे हैं। जिन स्कूलों ने अपने मानक अपलोड किए हैं, उनमें कुछ स्कूलों ने दूरी और एरिया के हिसाब से अंक तय किए हैं।