Delhi Nursery Admission 2019: आज शुरू होगी आवेदन प्रक्रिया, जानें सारी जानकारी
क्या है खबर?
अगर आप भी अपने बच्चों के लिए Delhi Nursery Admission 2019 का इंतजार कर रहे थे, तो अब आपका इंतजार खत्म होने वाला है। आज से यानी कि 15 दिसंबर, 2018 से दिल्ली नर्सरी दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
नर्सरी दाखिले के लिए लगभग 1,700 स्कूलों में आवेदन पत्र मिलने शुरू हो जाएंगे। आवेदन प्रक्रिया शुरू होने से पहले कल देर रात स्कूलों ने अपने क्राइटेरिया और प्वाइंट सिस्टम अपलोड कर दिए थे।
सुमित वोहरा
एजुकेशन एक्टिविस्ट सुमित वोहरा का बयान
नर्सरी में अपने बच्चों का दाखिला कराने के लिए अभिभावकों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। एजुकेशन एक्टिविस्ट सुमित वोहरा ने कहा है कि स्कूल जाने से पहले अभिभावक सभी दस्तावेजों को जांच लें, जिससे उन्हें किसी भी तरह की परेशानी न हो। वे जरूरी दस्तावेज साथ ले जाना न भूलें, और फोटोकॉपी के साथ मूल प्रमाण पत्र भी लेकर जाएं।
इस बार सामान्य वर्ग के बच्चों के लिए दाखिले की शुरुआत जल्दी हो रही है।
जानकारी
ये दस्तावेज़ हैं जरूरी
माता-पिता के नाम का राशन कार्ड/स्मार्ट कार्ड, बच्चा या माता-पिता का डोमिसाइल सर्टिफिकेट, माता-पिता में से किसी का भी वोटर आई कार्ड, बच्चा या माता-पिता के नाम का बिजली बिल/mtnl टेलीफोन बिल/पानी का बिल/पासपोर्ट, माता-पिता में से किसी का आधार कार्ड होना चाहिए।
आवेदन
7 जनवरी तक जमा होंगे आवेदन
शिक्षा निदेशालय (DOE) ने कार्यक्रम जारी किया है, जिसके अनुसार आवेदन पत्र आज से भरें जाएंगे। आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 7 जनवरी है।
चयनित बच्चों की पहली सूची 4 फरवरी को जारी की जाएगी और दूसरी सूची 21 फरवरी को जारी की जाएगी। नर्सरी में ऐडमिशन की प्रक्रिया 31 मार्च को समाप्त हो जाएगी।
स्कूलों को कल अपनी वेबसाइट के अलावा दिल्ली शिक्षा निदेशालय की वेबसाइट पर दाखिला मापदंड और प्वाइंट सिस्टम अपलोड करना था।
आयु सीमा
3 से 4 साल तक के बच्चे ले सकते हैं दाखिला
दिल्ली नर्सरी दाखिले के लिए बच्चे की न्यूनतम आयु 3 साल और अधिकतम आयु 4 साल होनी चाहिए। प्रीस्कूल, पूर्व प्राथमिक और कक्षा 1 में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग/वंचित समूहों के लिए 25 प्रतिशत सीटें आरक्षित रहेंगी।
प्रवेश स्तरीय कक्षाओं में दाखिले के लिए स्कूलों द्वारा कुछ मानदंडों जैसे बच्चे के घर से स्कूल की दूरी, पहला बच्चा, एकल बच्चा, बच्चे के अभिभावक उसी स्कूल से पढ़े हों, भाई-बहन का कोटा आदि जारी किए गए हैं।