NEET पास किए बिना किन-किन मेडिकल कोर्स में लिया जा सकता है दाखिला?
क्या है खबर?
12वीं के बाद कई छात्रों का सपना होता है कि वे डॉक्टर बने। डॉक्टर बनने के सपने को पूरा करने के लिए छात्र NEET की परीक्षा देते हैं, लेकिन कुछ छात्र सफल नहीं हो पाते।
ऐसे छात्र डॉक्टर बनने की उम्मीद खो देते हैं, लेकिन छात्रों को निराश होने की जरूरत नहीं है।
आप NEET पास किए बिना भी डॉक्टर बन सकते हैं और अलग-अलग मेडिकल कोर्स कर सकते हैं।
आइए इन मेडिकल कोर्स के बारे में जानते हैं।
कोर्स
साइकोलॉजी में कोर्स
साइकोलॉजी में कोर्स करने के बाद आप मानसिक रोगियों के डॉक्टर बन सकते हैं। कक्षा 12 पास करने के बाद आप साइकोलॉजी ऑनर्स में ग्रेजुएशन कर सकते हैं।
साइकोलॉजी में छात्रों के द्वारा सबसे ज्यादा चुने गए ग्रेजुएशन कोर्स BSc इन साइकोलॉजी और BA इन साइकोलॉजी है।
इन कोर्स के बाद आप क्लीनिकल साइकोलॉजी, ऑर्गनाइजेशनल बिहेवियर, हेल्थ साइकोलॉजी, सोशल साइकोलॉजी या एक्सपेरिमेंटल साइकोलॉजी विषयों के साथ मास्टर डिग्री हासिल कर सकते हैं। इसके बाद PhD का भी विकल्प रहता है।
आयुर्वेद
आयुर्वेद में भी कर सकते हैं कोर्स
आज कल युवा आधुनिक मेडिकल कोर्स करने के बजाय आयुर्वेद में करियर बनाने में रूचि ले रहे हैं।
आयुर्वेद में ग्रेजुएशन स्तर पर बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BAMS) कोर्स लोकप्रिय है।
इस साढ़े 5 साल के कोर्स में आपको आयुर्वेदिक तरीके से अलग-अलग बीमारियों के इलाज के बारे में पढ़ाया जाता है।
इसके बाद स्त्री रोग, त्वचा रोग, वात रोग, बाल रोग, मानसिक रोग, जोड़ रोग के डॉक्टर बनने के लिए मास्टर डिग्री कोर्स भी कर सकते हैं।
थेरेपी
थेरेपी के कोर्स
ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट मरीजों को शारीरिक और मानसिक बीमारी से उबारने का काम करते हैं।
आप बैचलर ऑफ अक्यूपेशनल थेरेपी कर सकते हैं। इसमें एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, पैथोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री जैसे विषयों की पढ़ाई होती है।
आप बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट और बैचलर ऑफ रेस्पिरेटरी थेरेपी कोर्स कर सकते हैं।
फिजियोथेरेपी में मरीजों का इलाज दवाईयों से करने की बजाय एक्सरसाइज और एक्यूप्रेशर से किया जाता है।
रेस्पिरेटरी थेरेपिस्ट सांस की समस्या वाले मरीजों का इलाज करते हैं।
नर्सिंग
नर्सिंग और फार्मेसी कोर्स
देश के छोटे से लेकर बड़े अस्पताल में मरीजों के देखभाल के लिए नर्स की आवश्यकता होती है। आप NEET परीक्षा पास किए बिना नर्सिंग कोर्स कर सकते हैं।
नर्सिंग में सबसे लोकप्रिय कोर्स BSc इन नर्सिंग है। ये 4 साल का ग्रेजुएशन कोर्स है। जो लोग फार्मेसी में करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए बैचलर ऑफ फार्मेसी कोर्स उपलब्ध है।
अगर समय कम है तो फार्मेसी में डिप्लोमा कोर्स भी किया जा सकता हैं।
वेटरनरी
वेटेनरी साइंस में कोर्स
वेटेनरी कोर्स करने के बाद आप पशुओं के डॉक्टर बन सकते हैं।
वेटेनरी/एनिमल साइंस में आगे जाने के लिए आप 12वीं के बाद बैचलर ऑफ वेटेनरी साइंस की डिग्री हासिल कर सकते हैं। इस कोर्स में पशुओं की बीमारी और इलाज की पूरी जानकारी दी जाती है।
कोर्स पूरा करने के बाद आप सरकारी या निजी अस्पताल में पशुओं के सर्जन, वेटेनरी मेडिकल असिस्टेंट, वेटेनरी फार्माकोलॉजिस्ट जैसे पदों पर काम कर सकते हैं। खुद का क्लीनिक भी खोल सकते हैं।
जानकारी
ये विकल्प भी हैं मौजूद
छात्र BSc इन माइक्रोबायोलॉजी/कार्डियोलॉजी/पैरामेडिकल टेक्नोलॉजी/बायोटेक्नोलॉजी/जेनेटिक्स/ऑडियोलॉजी/कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी/साइबर फोरेंसिक और व्यावसायिक चिकित्सा में ग्रेजुएशन के कोर्स कर सकते हैं। इसके अलावा NEET पास किए बिना छात्र रिहबिलिटेशन में डिप्लोमा कोर्स, क्लीनिकल रिसर्च में डिग्री, पोषण और आहार विशेषज्ञ, पैथोलॉजिस्ट के डिग्री कोर्स कर सकते हैं।