मेडिकल क्षेत्र में जाना चाहते हैं तो पैथोलॉजिस्ट के रूप में बनाएं करियर
मेडिकल क्षेत्र एक ऐसा क्षेत्र है जहां कभी मंदी नहीं आती। कोरोना महामारी के बाद से लोग अपनी सेहत को लेकर सतर्क हुए हैं और मेडिकल क्षेत्र में तेजी आ गई है। यहां युवाओं की मांग बढ़ गई है और उन्हें बेहतर अवसर भी मिल रहे हैं। अगर आप 12वीं के बाद मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं तो पैथोलॉजिस्ट एक बढ़िया करियर विकल्प साबित हो सकता है। आइए जानते हैं पैथोलॉजिस्ट के रूप में करियर कैसे बनाएं।
पैथोलॉजी क्या है?
पैथोलॉजी मेडिकल फील्ड की मुख्य ब्रांच में से एक हैं। इस ब्रांच में किसी बीमारी के इलाज की बजाय बीमारी के कारणों का पता लगाने के लिए अलग-अलग जांचें की जाती है। इन जांचों के आधार पर बीमारी का इलाज होता है। पैथोलॉजी 2 प्रकार की होती है क्लिनिकल पैथोलॉजी और एनाटॉमिकल पैथोलॉजी। क्लिनिकल पैथोलॉजी में खून, मूत्र और शारीरिक द्रवों की जांच की जाती है और एनाटॉमिकल में माइक्रोस्कोपिक लेवल पर टिशू और हड्डियों की जांच की जाती है।
पैथोलॉजिस्ट कितने प्रकार के होते हैं?
पैथोलॉजिस्ट कई प्रकार के होते हैं। इनमें फोरेंसिक पैथोलॉजिस्ट अपराध पीड़ितों की ऑटोप्सी करने और अपराधों को हल करने के लिए सबूत इक्ट्ठे करते हैं। शारीरिक पैथोलॉजिस्ट शव परीक्षण करने के लिए अंगों और ऊतकों का विश्लेषण करते हैं और क्लीनिकल पैथोलॉजिस्ट रक्त, मूत्र और अन्य शारीरिक तरल पदार्थों का परीक्षण करते हैं। इसी तरह हेमोपैथोलॉजिस्ट अस्थि मज्जा, थक्के और विकार से संबंधित जांच करते हैं। डर्मेटोपैथोलॉजिस्ट त्वचा रोग से संबंधित जांच करते हैं।
पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए कौनसे कोर्स करें?
पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए फिजिक्स केमिस्ट्री और बायोलॉजी के साथ 12वीं पास होना चाहिए। इसके बाद आप MBBS कोर्स कर सकते हैं। इस कोर्स के बाद आप पैथोलॉजी, क्लीनिकल बायोकेमेस्ट्री, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमेस्ट्री में MD कोर्स कर सकते हैं। इसके अलावा 2 साल का पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स भी कर सकते हैं। अगर आप चाहें तो 12वीं के सीधे बाद BSc इन पैथोलॉजी, बैचलर इन मेडिकल लैब टेक्नीशियन, डिप्लोमा इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी जैसे कोर्स कर सकते हैं।
कहां से करें पढ़ाई?
छात्र कानपुर यूनिवर्सिटी, जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, नारायण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, रांची यूनिवर्सिटी, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज जैसे संस्थानों से पढ़ाई कर सकते हैं।
नौकरी कहां मिलती है?
पैथोलॉजी के क्षेत्र में नौकरी के ढेरों विकल्प मौजूद है। पैथोलॉजिस्ट का कोर्स करने के बाद आप किसी भी सरकारी या निजी अस्पताल में काम कर सकते हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान, खाद्य और औषधि प्रशासन में भी पैथोलॉजिस्ट को नौकरी दी जाती है। इसके अलावा आप दवा निर्माण कंपनी, चिकित्सा प्रयोगशाला, जैव प्रौद्योगिकी कंपनियों में भी अच्छे पद पर काम कर सकते हैं। आप चाहे तो खुद की डायग्नोस्टिक लैब खोल सकते हैं।
कितना वेतन मिलता है?
पैथोलॉजिस्ट बनने के बाद शुरुआत में वेतन 25,000 रूपये से 35,000 रूपये प्रतिमाह हो सकता है। कुछ सालों के अनुभव के पास 70,000 से 80,000 रुपये प्रतिमाह कमा सकते हैं। आप चाहे तो किसी भी सरकारी या निजी कॉलेज में प्रोफेसर के रूप में काम करके 1,00,000 रुपये तक वेतन कमा सकते हैं। अगर खुद की लैब खोलते हैं तो इसमें शुरुआत में निवेश लगेगा, लेकिन बाद में लाखों में कमाई होगी।