सोशल मीडिया से है प्यार तो बनें इंफ्लुएंसर, लाखों में होती है कमाई
अगर आप सोशल मीडिया यूजर हैं तो आपने इंफ्लुएंसर और इंफ्लुएंसर मार्केटिंग शब्द जरूर सुना होगा। बदलते वक्त के साथ इंफ्लुएंसर मार्केटिंग डिजिटल मार्केटिंग का सबसे महत्वपूर्ण भाग बन गई है। मौजूदा समय में भारत में लाखों की संख्या में इंफ्लुएंसर्स मौजूद हैं। इस मार्केटिंग फील्ड में पैसा बहुत है, यही वजह है कि युवा इसमें करियर बनाना चाहते हैं। आइए जानते हैं कि इंफ्लुएंसर मार्केटिंग क्या है और कैसे इसमें करियर बनाया जा सकता है।
इंफ्लुएंसर मार्केटिंग क्या है?
भारत और विदेशों के बहुत से ब्रांड अपने प्रोडक्ट्स और सर्विस को सोशल मीडिया पर लोगों के द्वारा प्रमोट करवाते हैं, इसी को इंफ्लुएंसर मार्केटिंग कहते हैं। जो लोग कंपनियों के प्रोडक्ट्स का प्रमोशन करते हैं, उन्हें इंफ्लुएंसर्स कहते हैं। आज के समय में टीवी-रेडियो में विज्ञापनों की मोटी फीस देने की अपेक्षा कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स को इंफ्लुएंसर्स के जरिए ही टारगेट कस्टमर तक पहुंचाती हैं। इंफ्लुएंसर्स कंपनियों से पैसे लेकर लोगों को उनके प्रोडक्ट्स खरीदने का सुझाव देते हैं।
कई प्रकार के होते हैं इंफ्लुएंसर
सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स 3 प्रकार के होते हैं। पहले मेगा इंफ्लुएंसर, जिनके फॉलोवर्स करोड़ों में होते हैं। इस लिस्ट में अधिकतर एक्टर, आर्टिस्ट और खिलाड़ियों का नाम आता है। दूसरे होते हैं मैक्रो इंफ्लुएंसर, जो यूट्यूबर या ब्लॉगर होते हैं और उनके फॉलोवर्स लाखों और करोड़ों में होते हैं। तीसरा प्रकार है माइक्रो इंफ्लुएंसर का, जिनके सोशल मीडिया पर हजारों या लाखों में फॉलोवर्स होते हैं। इंफ्लुएंसर्स ब्यूटी, फैशन, एजुकेशन, ट्रेवल, फूड, लाइफस्टाइल, गेमिंग आदि से संबंधित कंटेंट बनाते हैं।
कैसे बनें सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर?
सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर बनने के लिए आपको कोई डिग्री लेने की आवश्यकता नहीं है। आपको केवल सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, यूट्यूब और इंस्टाग्राम आदि पर अकाउंट बनाना पड़ेगा। आपको हर रोज फोटो और वीडियो पोस्ट करने होंगे, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग आपसे जुड़ सकें। अपने फॉलोवर्स बढ़ाने के लिए अच्छा कंटेंट बनाना होगा। लोगों के बीच अपना नेटवर्क बनाना होगा। फॉलोवर्स की संख्या लाखों में पहुंचने के बाद कंपनियां खुद आप से प्रमोशन के लिए संपर्क करेंगी।
इंफ्लुएंसर बनने के लिए जरूरी स्किल्स
इंफ्लुएंसर बनने के लिए आपको कल्पनाशील, शिक्षित और काम के प्रति अनुशासित होना पड़ेगा। कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छी होनी चाहिए। आपको सोशल मीडिया ट्रेंड्स के बारे में पता होना चाहिए। इसके अलावा एक इंफ्लुएंसर बनने के लिए आपको अपनी रुचियों का पता लगाना होगा। लोगों को प्रभावित करने वाले कंटेंट की समझ होनी चाहिए। प्रतिदिन कब और कितनी पोस्ट करें, इसके बारे में पता होना चाहिए। एक इंफ्लुएंसर होने के नाते आपमें दर्शकों की भावनाओं की समझने की क्षमता होनी चाहिए।
कितनी होती है कमाई?
एक बार मार्केटिंग फील्ड समझने और नेटवर्क बनाने के बाद इंफ्लुएंसर लाखों रुपये कमा सकते हैं। कमाई इस बात पर निर्भर करती है कि आप किस ब्रांड का प्रमोशन कर रहे हैं। एक प्रोडक्ट का प्रमोशन करने के लिए हजार से लेकर लाखों रुपये दिए जाते हैं, हालांकि इंफ्लुएंसर बनने के लिए आपको पहले थोड़ा बहुत निवेश करना होता है। वीडियो शूटिंग और कंटेंट बनाने के लिए कैमरा, लाइट्स और एडिटिंग के लिए कंप्यूटर आदि खरीदना होता है।
इंफ्लुएंसर मार्केटिंग में चुनौतियां
आकर्षक अवसरों के साथ ये फील्ड चुनौतियों से भरी है। इस फील्ड में शुरुआत से कमाई नहीं की जा सकती। एक इंफ्लुएंसर के रुप में नेटवर्क बनाने में आपको समय लगता है। आपको सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहना पड़ता है। आपको लोगों के अनुसार दिखना पड़ता है। अगर लोगों को आपका कंटेंट अच्छा नहीं लगेगा तो वे आपको ट्रोल करना शुरू कर सकते हैं। सोशल मीडिया पर हर उम्र के लोग इंफ्लुएंसर हैं, ऐसे में प्रतिस्पर्धा ज्यादा होती है।