न्यूज चैनल में एंकर बनना चाहते हैं तो मीडिया में बनाएं करियर, यहां पढ़े पूरी जानकारी
12वीं के बाद अधिकतर छात्र इंजीनियरिंग, मेडिकल जैसे पारंपरिक पाठ्यक्रमों में करियर बनाते हैं, लेकिन आज के दौर में भारतीय मीडिया उद्योग भी तेजी से बढ़ रहा है और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में अपनी जगह बना रहा है। ऐसे में कई छात्र मीडिया को करियर विकल्प के रूप में चुन रहे हैं। अगर आप संचार के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं और टीवी चैनल में एंकर या रिपोर्टर बनना चाहते हैं तो इस फील्ड का चुनाव कर सकते हैं।
कौन-सी डिग्री है जरूरी?
मीडिया में काम बनाने के लिए मास कम्युनिकेशन या जर्नलिज्म कोर्स की डिग्री/डिप्लोमा होना चाहिए। मास कम्युनिकेशन के कई सारे कोर्स हैं, जिसमें BJMC, BMC, BJ, BA (फिल्म मेकिंग, मास कम्युनिकेशन, जर्नलिज्म), BSC (इलेक्ट्रानिक मीडिया, मास मीडिया) आदि शामिल हैं। इनमें कुछ कोर्स की अवधि 3 साल, कुछ की 2 साल होती है। मास कम्युनिकेशन में डिग्री हासिल करने के बाद आप अलग-अलग स्ट्रीम में पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते हैं। इसके बाद संबंधित विषय में PHD भी कर सकते हैं।
कहां कर सकते हैं काम?
मीडिया में काम ही अपार संभावनाएं हैं। डिग्री हासिल करने के बाद आप प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक या डिजिटल मीडिया में आगे बढ़ सकते हैं। टीवी न्यूज एंकर या पत्रकार के रुप में काम कर सकते हैं। रेडियो जॉकी बन सकते हैं। समाचार पत्रों, पत्रिकाओं और वेबसाइटों पर लेखन का कार्य कर सकते हैं। मीडिया संस्थान में वीडियो एडिटिंग, कैमरा हैंडलिंग का काम कर सकते हैं। इसके अलावा विज्ञापन एजेंसी, मार्केटिंग, पटकथा लेखन और जनसंपर्क के क्षेत्र में नौकरी पा सकते हैं।
शुरुआत में कितना वेतन मिलता है?
मीडिया का कोर्स करने के बाद आप किसी भी मीडिया संस्थान में नौकरी के लिए आवेदन दे सकते हैं। शुरुआत में काम सीखने के लिए इंटर्नशिप करनी होती है। अनुभव होने के बाद आपको नौकरी पर रख लिया जाता है। इस फील्ड में वेतन, पद और अनुभव के आधार पर निर्धारित होता है। शुरुआती दौर में 12,000 से 22,000 रुपये प्रतिमाह तक वेतन मिल जाता है। उच्च मीडिया संस्थानों में अनुभव बढ़ने के साथ वेतन लाखों में पहुंच जाता है।
इन संस्थानों से कर सकते हैं पढ़ाई
भारत में मास कम्युनिकेशन के कई सारे संस्थान हैं, लेकिन इस फील्ड में आगे बढ़ने के लिए आप अच्छे विश्वविद्यालय से ही कोर्स करें। यहां काम सीखने के अच्छे अवसर मिलते हैं और प्लेसमेंट की संभावना ज्यादा होती है। भारतीय जनसंचार संस्थान दिल्ली (IIMC) , इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ जर्नलिज्म एंड न्यू मीडिया, जामिया मिलिया इस्लामिया, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय विश्वविद्यालय मध्य प्रदेश, पटना कॉलेज, एमिटी विश्वविद्यालय, नालंदा ओपन विश्वविद्यालय और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय अच्छे कॉलेज विकल्प हैं।