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JNU: ऑनालइन परीक्षा देने में असमर्थ छात्रों को मिलेगा ऑफलाइन परीक्षा देने का मौका

JNU: ऑनालइन परीक्षा देने में असमर्थ छात्रों को मिलेगा ऑफलाइन परीक्षा देने का मौका

Jul 08, 2020
12:31 pm

क्या है खबर?

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षाएं ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन मोड में होंगी। JNU के वाइस चांसलर एम जगदीश कुमार ने कहा कि अंतिम वर्ष के जो छात्र ऑनलाइन परीक्षा देने में सक्षम नहीं होंगे, उनके लिए ऑफलाइन मोड में परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। इस फैसले से छात्रों को राहत मिली है। बता दें कि कोरोना वायरस के कारण इस साल पहले और दूसरे वर्ष के छात्रों की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं।

परीक्षाएं

सितंबर में होगी परीक्षाएं

मानव संसाधन विकास (HRD) मंत्रालय द्वारा अंतिम वर्ष की परीक्षा रद्द न करने की घोषणा करने के एक दिन बाद ही JNU ने असमर्थ छात्रों के लिए ऑफलाइन मोड में परीक्षाएं कराने का फैसला लिया है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा जारी किए गए संशोधित दिशा-निर्देशों के अनुसार सितंबर में अंतिम वर्ष की परीक्षा में बैठने में असमर्थ छात्रों को एक और मौका मिलेगा और यूनिवर्सिटी उनके लिए विशेष परीक्षाओं का आयोजन करेगी।

कारण

छात्रों के पास नहीं है पर्याप्त संसाधन

कई ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों के पास ऑनलाइन परीक्षा देने के लिए जरूरी संसाधन जैसे लैपटॉप, कंप्यूटर और इंटरनेट कंनेक्शन नहीं है। ऐसे में उनके लिए ऑनलाइन मोड में परीक्षा देना मुश्किल है। उनकी इस परेशानी को ध्यान में रखते हुए ही छात्रों को ऑफलाइन मोड में परीक्षा देने का विकल्प दिया जा रहा है। बता दें कि लॉकडाउन के कारण मध्य मार्च से सभी स्कूल और कॉलेज बंद हैं और छात्र ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं।

बयान

छात्रों को मिल रहा पूरे दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए परीक्षा देने का मौका- कुमार

कुमार ने कहा कि उन्होंने इन संशोधित दिशा-निर्देशों को अपनाया है क्योंकि यह छात्रों को कोरोना वायरस से संबंधित निर्धारित प्रोटोकॉल और दिशा-निर्देशों का पालन करके ऑफलाइन (पेन और पेपर), ऑनलाइन या ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन मोड में अंतिम वर्ष की परीक्षाएं देने का अवसर दे रहा है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि UGC ने विशेष परीक्षाओं के आयोजन के लिए भी अनुमति दे दी है ताकि छात्रों को कोई परेशानी न हो।

समाधान

इसके अलावा नहीं था और कोई समाधान

साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इसके अलावा और कोई बेहतर समाधान नहीं हो सकता था। यह यूनिवर्सिटी में हजारों छात्रों को उनकी शैक्षणिक आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करेगा ताकि वे अगले सत्र के लिए अच्छी तरह से आगे बढ़ पाए। यूनिवर्सिटी के रूप में प्रशासन छात्रों की जरूरतों को पूरा करने के लिए संवेदनशील हैं और UGC ने एक ऐसा कदम उठाया है जो छात्रों के लिए काफी अच्छा है।