
प्रतिस्पर्धा के दौर में बच्चों को मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए करें ये चीजें
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी के कारण हमारी मानसिक स्थिति पर जो प्रभाव पड़ा, वह वाकई में बहुत कठिनाई भरा था।
ऐसे बुरे वक्त में स्वास्थ्य की चिंता के साथ-साथ कई अन्य बातों ने हम सभी को परेशान कर रखा था।
ऐसी स्थिति पर काबू पाना हमारे हाथ में नहीं है, लेकिन प्रतिस्पर्धा के इस दौर में अपने बच्चों को कठिनाई के लिए मानसिक तौर पर तैयार करना सबके लिए जरूरी है। आइए इसके कुछ तरीके जानते हैं।
समय
याद रखें कोई भी समय हमेशा के लिए नहीं रहता
कभी-कभी हमें अपने कठिन समय में ऐसा लगता है कि यह दुख कभी समाप्त नहीं होगा, लेकिन ऐसे समय में यह ध्यान रखना जरूरी है कि यह दुख भरे दिन भी जरूर बीत जाएंगे।
ऐसे समय में अपने आप को और अपने बच्चों को यह आश्वस्त करना चाहिए कि यह समय अंत में हार जाएगा।
अपने बच्चे को सिखाएं कि हमें साहसी बनना है और एक योद्धा की तरह लड़ना है क्योंकि कुछ भी हमेशा के लिए नहीं रहता है।
उतार-चढ़ाव
बच्चों को उतार-चढ़ाव के दौरान आने वाली परिस्थितियों से निपटने के गुण सिखाना जरूरी
आप कभी न कभी अपनी भावनाओं में उतार-चढ़ाव का अनुभव करते होंगे, आपके बच्चे भी ऐसा ही करेंगे।
आपकी तरह वे भी कभी-कभी इस बारे में अनिश्चित होते हैं कि अपनी भावनाओं से कैसे निपटा जाए, ऐसे में यह महत्वपूर्ण है कि उन्हें अनदेखा न किया जाए।
बच्चों को यह जानकारी होनी चाहिए कि ऐसी भावनाएं होना पूरी तरह से सामान्य है और उन्हें ऐसी परिस्थितियों से निपटने के बारे में भी सिखाया जाना चाहिए।
प्रयास
बच्चों की भावनाओं को समझने का प्रयास करें
बच्चों की भावनाओं में व्यस्कों से अधिक उतार-चढ़ाव होता है, विशेष रूप से उनकी किशोरावस्था के दौरान।
माता-पिता के रूप में आपका यह कर्तव्य होना चाहिए कि आप उनके साथ सहानुभूति रखें ताकि उन्हें लगे कि आप उनके साथ हैं।
यहां तक कि अगर वे चिल्लाते हैं, रोते हैं या नाराज होते हैं तो उन्हें कुछ समय के लिए अकेला छोड़ दें और उनसे बात करने का सही समय पता करें।
योजना
बच्चों की शिक्षा के लक्ष्य निर्धारित करें, तैयार करें निवेश योजना
किसी विश्वविद्यालय में एडमिशन के लिए अच्छी तरह से तैयार की गई निवेश योजना अधिक महंगे शिक्षा विकल्प को पूरा करने में मदद कर सकती है।
यह अनुमान लगाना लगभग असंभव है कि आपको अपने बच्चे की शिक्षा के लिए कब और कितने धन की आवश्यकता होगी, लेकिन फिर भी निवेश योजना आपके लिए फायदेमंद साबित होगी।
ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए आप चाहें तो अपने बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए शिक्षा सलाहकारों से मदद ले सकते हैं।
दिनचर्या
दिनचर्या बनाए रखने की आवश्यकता
चाहे बच्चों को होम-स्कूलिंग करनी हो, क्लासरूम-स्कूलिंग करनी हो या सेल्फ आइसोलेशन में रहना हो, उनकी दिनचर्या को बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
दिनचर्या किसी व्यक्ति की भावना को सकारात्मक बनाए रखने का एक महत्वपूर्ण तत्व है और यह तथ्य विशेष रूप से बच्चों के लिए सच है।
एक दिनचर्या का मतलब यह है कि आपके अध्ययन का समय, सोने का समय, परिवार का समय आदि निर्धारित होना चाहिए।
बच्चों की दिनचर्या बेहद व्यवस्थित तरीके से तय करें।