हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर 46 साल बाद फिर करेंगे विश्वविद्यालय में पढ़ाई
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में जापानी संस्कृति और भाषा में ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स के लिए नामांकन करने वाले पहले व्यक्ति बन गए हैं। मुख्यमंत्री ने अगस्त में जापानी भाषा पाठ्यक्रम के लिए एडमिशन लेने की बात उस समय कही थी जब उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में औपचारिक रूप से ऑनलाइन सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम शुरू किया था। मुख्यमंत्री खट्टर 46 साल बाद एक बार फिर पढ़ाई करेंगे। खट्टर ने 1975 में दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक किया है।
पाठ्यक्रम में सिर्फ छह छात्र ही होंगे
इस पाठ्यक्रम में सिर्फ छह छात्र ही होंगे। मुख्यमंत्री के सहपाठियों में उनके प्रमुख सचिव वी उमाशंकर, सलाहकार पवन चौधरी और यहां तक कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोम नाथ सचदेवा भी होंगे। विश्वविद्यालय के प्रोफेसर साहनी ने कहा कि ऑनलाइन कोर्स विशेष तौर से सरकार के प्रतिनिधियों और शीर्ष अधिकारियों के लिए भारत और जापान के बीच व्यापार, अर्थव्यवस्था, अनुसंधान और शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है।
इस पाठ्यक्रम की पढ़ाई कैसे आयोजित होगी?
कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के विदेशी भाषा विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर ब्रजेश साहनी ने बताया कि कक्षा सप्ताह में दो दिन आयोजित की जाएगी। पाठ्यक्रम के बाद सर्टिफिकेट पाने के लिए पहले उनकी भाषा योग्यता के लिए परीक्षा होगी। परीक्षा लिखित और मौखिक दोनों होगी। इसके बाद ही सर्टिफिकेट दिया जाएगा। विश्वविद्यालय ने इस सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम के लिए जापान के एक शिक्षक को बुलाया है। इस पाठ्यक्रम की फीस 10,000 रुपये है।
डॉक्टर बनना चाहते थे मुख्यमंत्री खट्टर
1954 में हरियाणा के रोहतक जिले में जन्मे खट्टर कभी भी राजनीति में नहीं आना चाहते थे। वह हमेशा से डॉक्टर बनना चाहते थे। लेकिन पारिवारिक परिस्थितियों की वजह से उनका यह सपना पूरा नहीं हो पाया। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले खट्टर साल 2014 में हरियाणा में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद 2019 में भी उन्होंने सरकार बनाने में सफलता हासिल की और लगातार दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने।