असम: परीक्षा में नकल रोकने के लिए चार घंटे तक बंद रहेंगी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं
देशभर में भर्ती परीक्षाओं के दौरान नकल पर नकेल कसना बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। इसी को देखते हुए आज से शुरू हुई सरकारी नौकरी की एक भर्ती परीक्षा में नकल रोकने के लिए असम सरकार ने परीक्षा केंद्रों के आसपास के इलाकों में परीक्षा के दौरान इंटरनेट बंद करने का फैसला लिया है। इसके अलावा इन इलाकों में परीक्षा के दौरान धारा 144 लगाने का निर्देश भी दिया गया है।
परीक्षा में 14 लाख उम्मीदवारों के शामिल होने की उम्मीद
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, असम सरकार ने उन जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को चार घंटे के लिए निलंबित करने का फैसला लिया है जहां ग्रेड- 3 और ग्रेड- 4 श्रेणी के पदों को भरने के लिए सीधी भर्ती परीक्षा आयोजित की जाएगी। 21 अगस्त, 28 अगस्त और 11 सितंबर को होने वाली परीक्षाओं में लगभग 14 लाख उम्मीदवारों के शामिल होने की उम्मीद है। इस परीक्षा का आयोजन राज्य के 25 जिलों में किया जा रहा है।
पर्यवेक्षकों को भी परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं
परीक्षा के लिए जारी दिशा-निर्देशों के मुताबिक, उम्मीदवारों के साथ-साथ पर्यवेक्षकों को परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल फोन या कोई अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट ले जाने की अनुमति नहीं है। वहीं प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर केंद्र प्रभारी को परीक्षा केंद्र की वीडियोग्राफी कराने के निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि इन परीक्षाओं का आयोजन दो पालियों में होगा। पहली पाली की परीक्षा सुबह 10:00 से 12:00 बजे और दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर 2:00 से शाम 4:00 तक आयोजित होगी।
परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए असम के मुख्यमंत्री ने की बैठक
इससे पहले असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने परीक्षा के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए उपायुक्तों और अन्य अधिकारियों के साथ एक वर्चुअल बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि परीक्षा आयोजित करते समय किसी भी तरह की शिथिलता नहीं बरती जानी चाहिए और परीक्षा के दौरान बाधा डालने या गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
परीक्षा में नकल रोकने के लिए असम सरकार इतनी सख्त क्यों है?
2020 में 597 उप-निरीक्षकों की भर्ती के दौरान एक पेपर लीक होने के बाद से असम सरकार अतिरिक्त सावधानी बरत रही है। पेपर लीक का मामला संज्ञान में आने के बाद असम में राजनीति गर्म हो गई थी जिसके बाद सरमा ने इस परीक्षा को स्थिगत करने का आदेश दिया था। पुलिस को इस परीक्षा में राज्य के 24 केंद्रों पर नकल होने की जानकारी मिली थी जिसमें कई लोगों की गिरफ्तारियां हुईं थी।