सीमा विवाद: मिजोरम पुलिस ने असम के मुख्यमंत्री के खिलाफ दर्ज की FIR, तनाव बढ़ा
सीमा पर हुई हिंसा के बाद असम और मिजोरम के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। मिजोरम पुलिस ने असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा के खिलाफ FIR दर्ज की है। इसमें सरमा के साथ-साथ छह बड़े अधिकारियों और करीब 200 पुलिसकर्मियों के नाम भी शामिल हैं। दूसरी तरफ असम ने मिजोरम के कोलासिब जिले के छह अधिकारियों को समन भेजा है। इसके अलावा मिजोरम से राज्यसभा सांसद के दिल्ली आवास पर भी पुलिस के जरिये समन दिया गया है।
सोमवार को सीमा पर हुई थी हिंसा
सोमवार को असम-मिजोरम सीमा पर हिंसा भड़क गई थी। उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव किया और सरकारी वाहनों को नुकसान भी पहुंचाया। हिंसा के बीच हुई फायरिंग में असम पुलिस के छह जवानों की भी मौत हो गई थी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा और मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथंगा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की थी। इसके बाद गृह मंत्री ने दोनों मुख्यमंत्रियों से बात की।
सरमा के साथ-साथ इन अधिकारियों के नाम शामिल
कोलासिब जिले के वेरेंगटे पुलिस थाने में दर्ज की गई FIR में मुख्यमंत्री सरमा, IGP अनुराग अग्रवाल, काछर DIG देवज्योति मुखर्जी, काछर DC कीर्ति जल्ली, DFO सन्नीदेव चौधरी, SP चंद्रकांत निंबालकर और धोलाई थाने के OC साहबुद्दीन आदि का नाम है। इनके खिलाफ अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। शुक्रवार को वेरेंगटे के SDPO ने असम के मुख्य सचिव और DGP को आधिकारिक पत्र भेजकर नामित अधिकारियों को वेरेंगटे पुलिस थाने में भेजने का अनुरोध किया था।
असम ने इन अधिकारियों को समन दिया
इससे पहले असम ने मिजोरम के अधिकारियों को समन भेजकर धोलाई पुलिस थाने में बुलाया है ताकि 26 जुलाई को हुई घटना के बारे में पूछताछ की जा सके। असम पुलिस की तरफ से कोलासिब DC एच लालथलंगलियाना, SP वनलालफाका रालते, ASP डेविड जेबी, वेरेंगटे SDO सी लालरेमपुईया, SDPO थारटिया रंगचल और इंडिया रिजर्व बटालियन के ASP ब्रूस किब्बी को समन भेजा था। असम पुलिस ने इन सबको 2 अगस्त को धोलाई पुलिस थाने में मौजूद रहने को कहा है।
अधिकारियों का क्या कहना है?
कोलासिब के SP रालते ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, "अभी मुझे आधिकारिक तौर पर नोटिस नहीं मिला है। अगर मिलता है तो भी मैं नहीं जाउंगा। असम के अधिकारी ड्रामा कर रहे हैं। मेरे वहां जाने का कोई मतलब नहीं है।" दूसरी तरफ असम के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना के दिन कोलासिब का चार्ज संभालने वाले अधिकारियों को नोटिस दिया गया है। उन्हें बताना होगा कि उन्होंने फायरिंग के आदेश क्यों दिए थे।
मिजोरम से राज्यसभा सांसद को भी नोटिस
असम पुलिस की एक टीम ने मिजोरम से राज्यसभा सांसद के वनलवेना को भी समन भेजा है। हालांकि, समन प्राप्त न किए जाने के बाद पुलिस ने इसे उनके आवास पर चिपका दिया है। समन में कहा गया है कि उन्होंने घटना के संबंध में नागरिकों और पुलिसकर्मियों के लिए धमकी भरा बयान दिया था। तथ्यों की जानकारी के लिए उनसे पूछताछ जरूरी है। उन्हें 1 अगस्त को धोलाई थाने में आने को कहा गया है।
सरमा ने असम के लोगों को मिजोरम न जाने को कहा
हेमंत बिस्व सरमा ने असम के लोगों से कहा है कि जब तक मिजोरम सरकार वहां के नागरिकों के पास मौजूद हथियार जब्त नहीं कर लेती, तब तक वहां न जाएं। उन्होंने कहा, "जब वहां आम लोगों के पास स्नाइपर और AK-47 राइफल्स हैं, आप लोगों को वहां जाने की इजाजत कैसे दे सकते हैं? मिजोरम सरकार को इन्हें जब्त करना चाहिए। लोगों के मन में इनके प्रति संदेह है।" एक दिन पहले असम ने ट्रैवल एडवायजरी जारी की थी।