CBSE: नंबर से असंतुष्ट छात्रों के पास हैं ये दो विकल्प, करें आवेदन
लंबे समय के इंतजार के बाद अब केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया है। कोरोना वायरस महामारी ने बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन के साथ-साथ रिजल्ट को भी प्रभावित किया है। कुछ विषयों के पेपर्स रद्द होने के बाद पहले हो चुकी परीक्षाओं और आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर रिजल्ट जारी किया गया है। जो छात्र अपने नंबर से असंतुष्ट हैं, वे मार्क्स वेरिफिकेशन और री-इवैल्युएशन करा सकते हैं।
करना होगा आवेदन
13 जुलाई को जारी हुए 12वीं और 15 जुलाई को आए 10वीं के रिजल्ट से असंतुष्ट छात्र अपनी कॉपियों की दोबारा जांच करा सकते हैं, आंसर शीट की फोटो कॉपी करा सकते हैं और नंबरों का वेरिफिकेशन भी करा सकते हैं। इन प्रक्रियाओं के लिए आपको आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर फीस भुगतान कर आवेदन करना होगा। बता दें कि नंबरों के वेरिफिकेशन के लिए आवेदन करने वाले छात्र ही आंसर शीट की फोटो कॉपी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
री-इवैल्युएशन के लिए इस तारीख तक करना होगा आवेदन
री-इवैल्युएशन के लिए 6 अगस्त से 7 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन किए जाएंगे। इसके लिए 500 रुपये प्रति विषय फीस देनी होगी। बता दें कि री-इवैल्युएशन में आपकी कॉपी की दोबारा जांच की जाती है। अगर छात्र को लग रहा कि उसका पेपर अच्छा गया है और नंबर कम आए हैं तो इस प्रक्रिया के तहत शिक्षकों का एक पैनल बनाया जाता है, जो सभी प्रश्नों को दोबारा जांच कर अपने अनुसार नंबर देता है।
मार्क्स वेरिफिकेशन के लिए 17 जुलाई से होंगे आवेदन
मार्क्स वेरिफिकेशन के लिए 17 जुलाई से 21 जुलाई तक ऑनलाइन माध्यम से आवेदन किए जाएंगे। इसके लिए 500 रुपये प्रति विषय फीस का भुगतान करना होगा। इस प्रक्रिया के तहत दो तरह से आंसर शीट की जांच की जाता है। पहले देखा जाता है कि कॉपी पर रोल नंबर और नाम उसी बच्चे का है या नहीं। उसके बाद यह देखा जाता है कि जितने नंबर उसकी कॉपी पर हैं वही रिजल्ट में दिए गए हैं या नहीं।
एक अगस्त से करें आंसर शीट की फोटो कॉपी के लिए आवेदन
अगर आप अपनी आंसर शीट देखना चाहते हैं तो उसका फोटो कॉपी के लिए एक अगस्त से 2 अगस्त तक आवेदन करना होगा। इसके लिए प्रति कॉपी 700 रुपये फीस का भुगतान करना होगा। इससे आप देख पाएंगे कि आप ने कहां गलती की है।
घट भी सकते हैं नंबर
बोर्ड ने इस संबंध में आधिकारिक वेबसाइट पर आधिकारिक नोटिस जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि मार्क्स वेरिफिकेशन और री-इवैल्युएशन में छात्रों के नंबर बढ़ भी सकते हैं और घट भी सकते हैं। इसलिए छात्र आवेदन करने से पहले एक बार अच्छी तरह सोच लें। नंबर में कोई भी बदलाव होने पर छात्रों को अपनी पुरानी मार्कशीट देनी होगी। इसके बाद बोर्ड बदलाव के साथ नहीं मार्कशीट देगा।