गरीब बच्चों की IIT की तैयारी के लिए आनंद कुमार ने मिलाया CSC से हाथ
दुनिया भर में विख्यात पटना के सुपर 30 कोचिंग संस्थान के संस्थापक और गणित के शिक्षक आंनद कुमार अब कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड के साथ मिलकर एक मॉड्यूल तैयार करेंगे। कुमार और CSC एक साथ मिलकर ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी (IIT) ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE) के लिए तैयार करेंगे। बीते बुधवार को ई-गवर्नेंस फर्म ने इसके बारे में बताया और कहा कि इसके लिए छात्रों से नाममात्र फीस ली जाएगी।
तैयार किया जाएगा ऑनलाइन मॉड्यूल
बता दें कि कुमार आर्थिक रुप से कमजोर परिवार के बच्चों को IIT JEE की तैयारी कराने के लिए एक खास ऑनलाइन मॉड्यूल तैयार करेंगे। CSC के जरिए ऑनलाइन माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों से बातचीत में कुमार ने कहा कि वे इसकी मदद से एक ऑनलाइन मॉड्यूल तैयार करेंगे, जो ग्रामीण और छोटी जगहों के बच्चों को एक रुपये में दिया जाएगा। इससे उन्हें परीक्षा पास करने में काफी मदद मिलेगी।
क्या है CSC ई-गवर्नेंस इंडिया सर्विसेज?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि CSC ई-गवर्नेंस इंडिया सर्विसेज पूरे देश में लगभग तीन लाख कॉमन सर्विस सेंटर का संचालन करती है, इससे ग्रामीण और छोटे क्षेत्रों में कई तरह की सरकारी सेवाएं दी जाती है।
गणित और साइंस में बढ़ेगी रुचि
कुमार का कहना है कि नए शिक्षण मॉड्यूल के माध्यम से छात्रों की गणित और साइंस विषयों में रुचि बढ़ाने के लिए मार्गदर्शन किया जाएगा। यह मॉड्यूल उन ग्रामीण छात्रों के लिए बहुत लाभदायक होगा, जो मंहगी कोचिंग की सुविधा नहीं ले सकते और इस कारण IIT JEE के लिए तैयारी नहीं कर पाते हैं। अभी तक कई छात्रों ने कुमार की मदद से IIT में प्रवेश लेकर बेहतर भविष्य बनाया है।
दिल्ली के सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिए लगाएंगे ऑनलाइन क्लास
इसके साथ ही आंनद कुमार अब दिल्ली के सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिए भी महीने में एक बार ऑनलाइन क्लास लगाएंगे। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बीते बुधवार को इसकी जानकारी दी थी। उन्होंने कहा कि यह स्कूलों के 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए ऑनलाइन और वर्चुअल क्लास होगी। कुमार ने दिल्ली के कुछ सरकारी स्कूलों का दौरा किया और उसके बाद यह घोषणा की गई। इससे छात्रों को काफी फायदा होगा।
कौन हैं आंनद कुमार?
कुमार पिछले कई वर्षों से पटना में सुपर 30 संस्थान चला रहे हैं और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के छात्रों को पढ़ने और आवास की सुविधा देते हैं। इसके साथ ही उनकी मां उन बच्चों के लिए खाना बनाती हैं। वे सिर्फ भारत में ही बल्कि दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं। उन्हें अमेरिका में 'द एजुकेशन एक्सीलेंस अवॉर्ड 2019' से भी नवाजा गया है। उनके जीवन पर आधारित एक फिल्म "सुपर 30" भी बन चुकी है।