कौन हैं इंस्टेंट फूड डिलीवरी की आलोचना करने वाले बॉम्बे शेविंग कंपनी के CEO शांतनु देशपांडे?
गुरूग्राम स्थित बॉम्बे शेविंग कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) शांतनु देशपांडे ने भारत में बढ़ती इंस्टेंट फूड डिलीवरी प्रवृत्ति पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि भारत में लोग ज्यादा तैयार और पैक किया हुआ खाना खा रहे हैं, जो सेहत के लिए अच्छा नहीं होता। इन खाद्य पदार्थों में बहुत ज्यादा तेल, चीनी और अन्य हानिकारक चीजें होती हैं, जो शरीर के लिए नुकसानदायक हैं। आइए जानते हैं देशपांडे ने क्या कहा और वे कौन हैं।
इंस्टेंट फूड डिलीवरी के चलन पर क्या देशपांडे?
देशपांडे ने भारत में तेजी से बढ़ रही इंस्टेंट फूड डिलीवरी के चलन पर कहा है कि ऐसी सेवाएं खाना जल्दी पहुंचाने पर तो ध्यान देती हैं, लेकिन उसकी गुणवत्ता पर नहीं। एक सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने बासी सब्जियों को ताजा दिखाने के लिए सजाने और जल्दी डिलीवरी की प्रक्रिया की आलोचना की। उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह की आदतें देश को खराब पोषण और स्वास्थ्य संकट की ओर ले जा सकती हैं।
जंक फूड पर देशपांडे ने जताई चिंता
देशपांडे ने भारत में सस्ते जंक फूड के बढ़ते चलन को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि 49 रुपये के पिज्जा और 30 रुपये के बर्गर जैसे विकल्प सेहत के लिए हानिकारक हैं। उन्होंने इसे अमेरिका और चीन जैसे देशों के प्रोसेस्ड फूड कल्चर से जोड़ा, लेकिन कहा कि भारत में इस समस्या का सामना करने के लिए मजबूत आर्थिक आधार नहीं है। उनके अनुसार, यह बढ़ता चलन न केवल व्यक्तिगत सेहत बल्कि पूरे समाज के लिए खतरनाक है।
स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन पर ध्यान देने की जरूरत
देशपांडे ने फूड डिलीवरी कंपनियों और निवेशकों से अपील की कि वे इंस्टेंट डिलीवरी के बजाय स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि अस्वास्थ्यकर फूड ऑप्शन बढ़ाने के लिए फैंसी शब्दों का इस्तेमाल करना गलत है। उन्होंने जोमैटो, स्विगी और जेप्टो से आग्रह किया कि वे डिलीवरी को स्वस्थ और जिम्मेदार बनाएं। देशपांडे ने नियामकों से भी फूड इंडस्ट्री पर निगरानी रखने और स्वस्थ विकल्पों को बढ़ावा देने की बात कही।
अमेरिका में हुआ था देशपांडे का जन्म
देशपांडे का जन्म अमेरिका के डलास में 1987 में हुआ था। उनके पिता किरण देशपांडे अमेरिका में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) में कर्मचारी थे और 1997 में वह अपने पूरे परिवार के साथ भारत वापस आ गए। देशपांडे ने अपनी स्कूली शिक्षा पुणे के विखे पाटील स्कूल से पूरी की। इसके बाद इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के लिए उन्होंने नागपुर के VNIT कॉलेज में दाखिला लिया और अपनी BTech की डिग्री हासिल की।
कहां से पूरी की आगे की पढ़ाई?
BTech के साथ ही उन्होंने CAT और GMAT जैसी कई प्रतियोगी परीक्षाओं में भी हिस्सा लिया। इसके बाद उन्होंने IIM-लखनऊ में दाखिला लेकर MBA की पढ़ाई पूरी की। MBA के तुरंत ही बाद उन्हें मैकिन्से में प्लेसमेंट मिल गया, लेकिन यहां करीब 5 साल काम करने के बाद उन्होंने खुद का व्यवसाय शुरू करने का फैसला किया। उनकी खुद की कंपनी, बॉम्बे सेविंग कंपनी को शुरू करने में उनके कई दोस्तों ने साथ दिया।
2016 में शुरू की खुद की कंपनी
देशपांडे ने 2016 में दीपू पणिकर, रौनक मुनोट और रोहित जायसवाल के साथ मिलकर बॉम्बे सेविंग कंपनी की स्थापना की। बॉम्बे सेविंग कंपनी एक एक प्रीमियम पर्सनल केयर प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी है, जिसका लक्ष्य पुरुषों के लिए सबसे बेहतर सौंदर्य प्रोडक्ट उपलब्ध कराना है। बॉम्बे सेविंग कंपनी वर्तमान में ट्रिमर, रेजर, शेव केयर और त्वचा की देखभाल के लिए प्रोडक्ट बनाती है। कंपनी पुरुषों के साथ-साथ अब कुछ प्रोडक्ट महिलाओं के लिए भी बना रही है।
सोशल मीडिया पर बहस
देशपांडे ने लोगों को खुद खाना बनाने की सलाह दी और फूड डिलीवरी पर अत्यधिक निर्भरता से बचने को कहा। उन्होंने इसे वयस्कों के लिए जरूरी कौशल बताया और झटपट बनने वाले दाल-चावल या स्मूदी जैसे विकल्प अपनाने की बात कही। उनका मानना है कि इससे लोग दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते हैं। उनकी पोस्ट पर सोशल मीडिया में बहस छिड़ गई, जिसमें कई लोगों ने अस्वास्थ्यकर डिलीवरी सिस्टम की आलोचना की।