भारतीय रेलवे ने बताई कैसे कन्फर्म होती है वेटिंग लिस्ट टिकट, जानिए यहां
ट्रेन यात्रियों को वेटिंग लिस्ट टिकट मिलने पर यह समझना मुश्किल होता है कि उनकी टिकट कन्फर्म होगी या नहीं, खासकर त्योहारों के मौसम में जब टिकट की मांग अधिक होती है। कुछ वेबसाइट टिकट कन्फर्मेशन का अनुमान देती हैं, लेकिन उनकी सटीकता हमेशा सही नहीं होती। भारतीय रेलवे ने अब वेटिंग लिस्ट टिकटों को प्रोसेस करने की प्रक्रिया और कन्फर्म होने की संभावनाओं के बारे में जानकारी दी है, जिससे यात्रियों को मदद मिल सकती है।
सामान्य कैंसिलेशन से कन्फर्म होते हैं टिकट
वेटिंग टिकट कन्फर्म होने के 2 तरीके होते हैं, जिसमें सामान्य कैंसिलेशन और आपातकालीन कोटा शामिल है। सामान्य कैंसिलेशन में औसतन 21 प्रतिशत यात्री अपनी बुकिंग रद्द कर देते हैं, जिससे कन्फर्म होने की संभावना 21 प्रतिशत होती है। उदाहरण के लिए, 72 सीटों वाले स्लीपर कोच में लगभग 14 सीटें खाली हो सकती हैं। इसके अलावा, 4-5 प्रतिशत यात्री यात्रा नहीं करते, जिससे कन्फर्म होने की संभावना बढ़कर 25 प्रतिशत या 18 सीटें हो सकती हैं।
आपातकालीन कोटा भी है एक तरीका
आपातकालीन कोटा के तहत भारतीय रेलवे 10 प्रतिशत सीटें उन यात्रियों के लिए आरक्षित करता है, जिन्हें चिकित्सा आपातकाल की जरूरत होती है। अगर इसका 5 प्रतिशत ही उपयोग होता है, तो बाकी 5 प्रतिशत से वेटिंग लिस्ट टिकट कन्फर्म होने की संभावना बढ़ जाती है। उदाहरण के लिए, 10 स्लीपर कोच वाली ट्रेन में प्रत्येक कोच 18 वेटिंग लिस्ट टिकट कन्फर्म कर सकता है, जिससे 180 टिकट कन्फर्म हो सकते हैं। यह अन्य कोच पर भी लागू होता।