निवेश के लिए EPF, FD या PPF में से क्या है बेहतर? जानिए सब कुछ
क्या है खबर?
निवेश के लिए कर्माचारी भविष्य निधि (EPF), फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) तीनों ही स्कीम लोकप्रिय है। इन स्कीम्स में जोखिम कम और स्थिर रिटर्न मिलने की आशा होती है।
EPF, FD और PPF तीनों सरकारी स्कीम है, इसलिए निवेश के लिए ज्यादा भरोसेमंद होती है, लेकिन इन तीनों स्कीम्स में अलग-अलग रिटर्न मिलता है।
आइए जानते हैं निवेश के लिए इन तीनों स्कीम्स में कौन बेहतर है।
ब्याज
EPF की ब्याज दर 8.1 प्रतिशत
अभी हाल ही में हुई EPFO की बैठक में PF पर मिलने वाली ब्याज की दर में कटौती की है। वित्त वर्ष 2021-22 के अब PF खाताधारकों को जमा पैसों पर 8.10 प्रतिशत ब्याज मिलेगा।
पहले इस खाते पर 8.50 प्रतिशत ब्याज मिलता था, जो अब दशकों के सबसे निचले स्तर पर है।
वित्त वर्ष 2018-19 में EPF दर 8.65 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2017-18 में 8.55 प्रतिशत थी। वित्त वर्ष 2016-17 में EPF की ब्याज दर 8.65 फीसदी थी।
ब्याज
PPF की ब्याज दर 7.1 प्रतिशत
नए वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए PPF की ब्याज दर 7.1 प्रतिशत पर बनी हुई है।
बढ़ती महंगाई के बीच सरकार ने 2022-23 की पहली तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरें तिमाही आधार पर अधिसूचित की जाती हैं।
वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही के बाद से ब्याज दर को संशोधित नहीं किया गया है।
FD
पांच साल से ज्यादा की अवधि पर मिलता है 5.8 प्रतिशत ब्याज
नए वित्त वर्ष में एक साल के फिक्स्ड डिपॉजिट पर पहली तिमाही में 5.5 प्रतिशत की ब्याज दर है।
एक से पांच साल की अवधि पर 5.5-6.7 प्रतिशत की ब्याज दर है, जिसका भुगतान तिमाही में किया जाता है।
पांच साल से ज्यादा की अवधि पर 5.8 प्रतिशत ब्याज दर है, वहीं बचत जमा पर प्रतिवर्ष 4 प्रतिशत ब्याज दर है।
बता दें कि सभी बैकों में फिक्स्ड डिपॉजिट पर अलग-अलग ब्याज दर है।
ध्यान
जानें तीनों स्कीम्स की टेन्योर अवधि
EPF निवेश वेतनभोगी व्यक्तियों के लिए होता है। इसमें केंद्र, राज्य सरकार और वे प्राइवेट कर्मचारी शामिल होते हैं, जिनका PF कटता है।
दूसरी ओर, PPF खाता किसी भी निवासी भारतीय द्वारा खोला जा सकता है। एक वित्त वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपये निवेश कर सकते हैं। इसकी टेन्योर अवधि 15 साल की होती है।
FD करते समय अलग-अलग टेन्योर अवधि चुन सकते हैं, जो 15 दिनों से लेकर 10 साल तक की अवधि होती है।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
एक्सपर्ट के मुताबिक, PPF में FD की तुलना में ज्यादा ब्याज मिलता है। PPF में मिलने वाला ब्याज टैक्स फ्री होता है, लेकिन FD पर 40,000 रुपये से अधिक के ब्याज पर टैक्स देना होता है। वहीं EPF में हर कोई निवेश नहीं कर सकता।