अगले साल की शुरुआत में भारत में दस्तक देगी इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला- गडकरी
इलेक्ट्रिक कार की चाहत रखने वालों के लिए बड़ी खुश खबरी सामने आई है। अमेरिकी स्वच्छ ऊर्जा और दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी टेस्ला (Tesla) 2021 की शुरुआत में भारतीय बाजार में दस्तक देने वाली है। ऐसे में अब भारतीय लोगों का भी इस कंपनी की कार खरीदने का सपना पूरा हो सकेगा। इस बात की पुष्टि स्वयं केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नितिन गडकरी ने की है।
कंपनी ने CEO ने अक्टूबर में दिए थे भारत में आने के संकेत
बता दें गत अक्टूबर में टेस्ला क्लब इंडिया नामक एक हैंडल ने कंपनी से भारत में आने की प्रगति के बारे में सवाल पूछा था। इसका जवाब देते हुए कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) एलोन मस्क ने लिखा था, 'टेस्ला अगले साल 2021 में निश्चित रूप से भारत आएगी।' उसके बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि कंपनी ने भारत में उतरने की सभी तैयारी कर ली है और वह जल्द ही भारत में अपनी कार लॉन्च करेगी।
पहले बिक्री के आधार पर कारोबार शुरू करेगी टेस्ला- गडकरी
परिवहन मंत्री गड़करी ने इंडियन एक्सप्रेस को देश में इलेक्ट्रिकल कारों को बढ़ावा देने की योजना के बारे में बताते हुए कहा, "बहुत सारी भारतीय कंपनियां भी इलेक्ट्रिकल वाहनों पर काम कर रही हैं और वह अधिक सस्ती हो सकती हैं, लेकिन तकनीकी रूप से टेस्ला काफी उन्नत कंपनी है।" उन्होंने कहा, "टेस्ला पहले बिक्री के साथ अपना कारोबार शुरू करेगी। इसके बाद कारों की प्रतिक्रिया के आधार पर असेंबली और मैन्युफैक्चरिंग पर विचार कर सकती है।"
"पांच साल में ऑटो सैक्टर का नंबर एक मैन्युफैक्चरिंग हब होगा भारत"
गडकरी ने कहा, "भारत कई विदेशी कंपनियों को लाने का प्रयास कर रहा है। कई कंपनियों ने इसके लिए अपनी रुचि भी दिखाई है। ऐसे में आने वाले पांच सालों में भारत ऑटो सैक्टर में दुनिया का नंबर एक मैन्युफैक्चरिंग हब बन जाएगा।"
55 लाख रुपये हो सकती है टेस्ला की कार की कीमत
अन्य रिपोर्टों की मानें तो टेस्ला भारत में सबसे पहले अपनी इलेक्ट्रिक कार मॉडल 3 की प्री-बुकिंग शुरू करेगी और फिर जून या 2021-2022 की पहली तिमाही के आखिर तक कार की डिलीवरी शुरू कर देगी। यह भी कहा गया है कि टेस्ला मॉडल 3 पूरी तरह से निर्मित इकाई के रूप में भारत आएगा और इनकी बिक्री बिना डीलरशिप के ही की जाएगी। ऐसा माना जा रहा है कि कार की कीमत 55 लाख रुपये हो सकती है।
टेस्ला ने 2016 में भी की थी कारों की बुकिंग
बता दें कि टेस्ला ने 2016 में भी भारतीय बाजार में उतरने की योजना बनाई थी। उस दौरान कंपनी ने भारत में इच्छुक खरीददारों से 1,000 डॉलर (करीब 60,000 रुपये) जमा किए थे, लेकिन उन खरीददारों को अभी तक कार नहीं मिली है। लोगों के नाराजगी जताने के बाद 2017 में कंपनी के CEO ने कारों के 2018 की गर्मियों तक भारत पहुंचने की बात कही थी, लेकिन FDI मानदंडों की पेचीदगियों के कारण यह संभव नहीं हो सका।
टेस्ला की इन दो कारों की हुई है सबसे अधिक बिक्री
बता दें टेस्ला दुनिया की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी है। इसके मॉडल 3 और मॉडल वाई की सबसे अधिक बिक्री हुई है। टेस्ला के भारत आने के बाद EV कार सेगमेंट में एक क्रांति आ सकती है। बीते कुछ समय में EV कारों की भारतीय बाजार में मांग काफी तेज हुई है। घरेलू कार निर्माता कंपनियां महिंद्रा, टाटा और हुंडई भी बाजार में EV कार लॉन्च कर चुकी हैं। ऐसे में टेस्ला की एंट्री के बाद मुकाबला बढ़ जाएगा।