महंगाई दर 7.44 प्रतिशत पर पहुंची, 15 महीनों में सबसे अधिक
सब्जियों और अन्य खाद्य पदार्थों की बढ़ी कीमतों के कारण खुदरा महंगाई दर जुलाई में बढ़कर 7.44 प्रतिशत पर पहुंच गई है, जो जून में 4.87 प्रतिशत पर थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने सोमवार को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) और उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (CFPI) पर आधारित महंगाई दर जारी की। यह महंगाई दर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के टोलरेंस बैंड के अपर स्लैब 6 प्रतिशत से अधिक है और 15 महीनों में सबसे अधिक है।
सब्जियों की बढ़ती कीमतें वृद्धि का प्रमुख कारण
मनी कंट्रोल के मुताबिक, महंगाई दर में बढ़ोतरी का बड़ा कारण सब्जियों की बढ़ती कीमतों को बताया जा रहा है। महीने के हिसाब से देखें तो इसमें 7.02 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जुलाई में खाद्य महंगाई दर 11.51 प्रतिशत रही, जबकि जून में ये महज 4.49 प्रतिशत थी। इसी तरह जुलाई में ग्रामीण महंगाई दर 7.63 प्रतिशत और शहरी महंगाई दर 7.20 प्रतिशत रही।
महंगाई दर विशेषज्ञों के अनुमान से ज्यादा
जानकारी के मुताबिक, विशेषज्ञों ने जुलाई में महंगाई दर 6.6 प्रतिशत पर रहने का अनुमान जताया था, लेकिन यह अनुमान से कहीं अधिक ज्यादा दर्ज की गई है। पिछले 5 महीने में ये पहली बार है जब महंगाई दर RBI के संतोषजनक स्तर को पार कर गई है। संतोषजनक 2 से 6 प्रतिशत होती है और RBI महंगाई दर को इसी के अंदर रखने की कोशिश करती है। महंगाई दर पिछले 46 महीनों से 4 प्रतिशत से अधिक है।