ऐपल और सैमसंग भारत में उत्पादन बढ़ाने पर कर रही हैं विचार- राजीव चंद्रशेखर
क्या है खबर?
ऐपल और सैमसंग जैसी कंपनियां भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन बढ़ाने में दिलचस्पी दिखाने वाली कंपनियों में से हैं। यह बात इलेक्ट्रॉनिक्स और टेक्नोलॉजी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कही है।
इससे भारत के लिए पड़ोसी देश चीन को मैन्युफैक्चरिंग केंद्र के रूप में चुनौती देने में आसानी होगी।
बता दें कि भारत सरकार भी कंपनियों को देश में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान कर रही है। इससे कंपनियां आकर्षित भी हो रही हैं।
स्मार्टफोन
लैपटॉप, टैबलेट के उत्पादन को बढ़ाने के लिए शुरू होगी योजना
मंत्री ने शुक्रवार को ब्लूमबर्ग टीवी को बताया कि भारत स्मार्टफोन में अपनी शुरुआती सफलता को अन्य कैटेगरी के प्रोडक्ट तक बढ़ाना चाहता है।
उन्होंने कहा कि लैपटॉप, सर्वर, टैबलेट और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स के स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए देश में लगभग 163 करोड़ रुपये की योजनाएं शुरू हो रही हैं।
चंद्रशेखर ने आगे कहा, "स्मार्टफोन सेगमेंट में हमें काफी सफलता मिली है और हमने ऐपल, सैमसंग आदि को विस्तार का माहौल दिया है।"
मैन्युफैक्चरिंग
ऐपल और सैमसंग ने अरबों रुपये के हैंडसेट किए निर्यात
स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग के लिए भारत के वित्तीय प्रोत्साहनों के परिणामस्वरूप ऐपल और सैमसंग ने देश से अरबों रुपये के हैंडसेट निर्यात किए हैं।
चंद्रशेखर ने कहा कि डेल, HP और लेनोवो जैसी कंपनियों के लिए नया IT हार्डवेयर प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव प्लान तैयार किया गया है।
गौरतलब है कि भारत सरकार इलेक्ट्रिक से लेकर ऑटोमोबाइल सेक्टर तक में देश को मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में विकसित करना चाहती है। ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी कंपनियों को वित्तीय प्रोत्साहन दिए गए हैं।
चिप
चिप निर्माताओं को भी लुभाना चाहती है सरकार
चंद्रशेखर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार चिप निर्माण और चिप पैकेजिंग प्लांट्स को भी भारत में आकर्षित करना चाहती है। भारत चिप निर्माताओं को लुभाने के अपने प्रयास को फिर से शुरू करने के लिए तैयार है।
अरबपति बिजनेसमैन अनिल अग्रवाल के लगभग 1,55,330 करोड़ रुपये के चिप बनाने से जुड़े प्रोजेक्ट की जानकारी पहले ही आ गई है।
अग्रवाल की वेदांता और फॉक्सकॉन ग्रुप की साझेदारी में चिप निर्माण योजना से जुड़ी खबरें आती रही हैं।
टेस्ला
ऐपल के बाद भारत आ सकती है ये दूसरी अमेरिकी कंपनी
हाल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टेस्ला भी भारत की तरफ उम्मीद भरी निगाह से देख रही है। टेस्ला अधिकारियों ने अपनी योजनाओं को लेकर हाल ही में भारतीय अधिकारियों मुलाकात की है।
सूत्रों के मुताबिक, टेस्ला भारत में पुर्जों के स्थानीय उत्पादन पर विचार कर रही है।
अगर टेस्ला भी भारत में आ जाती है तो ऐपल के बाद यह अमेरिका की दूसरी बड़ी कंपनी होगी, जो चीन से भारत का रुख करेगी।