200 वंदे भारत और 100 अमृत भारत ट्रेनें चलेंगी, बजट के बाद कितना बदलेगा रेलवे?
क्या है खबर?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश कर दिया है। बजट भाषण में वित्त मंत्री ने एक बार भी रेलवे का जिक्र तक नहीं किया।
हालांकि, उन्होंने बजट में रेलवे के लिए 2.55 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया है। ये राशि पिछले बजट के समान ही है। बजट के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे की योजनाओं को लेकर कई बातें कही हैं।
आइए जानते हैं बजट में रेलवे को क्या मिला।
राशि
रेल बजट में किस श्रेणी में कितनी राशि मिली?
रेलवे को 2.55 लाख करोड़ रुपये आवंटित हुए हैं।
इसमें से राजस्व पर 3,445 करोड़ रुपये, पूंजीगत व्यय पर 2,52,000 करोड़ रुपये, पेंशन पर 66,000 करोड़ रुपये, नई रेलवे लाइनों पर 32,235 करोड़ रुपये, लाइन दोहरीकरण पर 32,000 करोड़ रुपये, गेज परिवर्तन पर 4,550 करोड़, सिग्नलिंग और टेलीकॉम पर 6,800 करोड़, विद्युत लाइनों के विस्तार पर 6,150 करोड़ रुपये, स्टाफ कल्याण पर 833 करोड़ रुपये, स्टाफ ट्रेनिंग पर 301 करोड़ और रेलवे सेफ्टी फंड में 45,000 करोड़ रुपये मिले हैं।
नई ट्रेन
कितनी नई ट्रेनें चलेंगी?
रेल मंत्रालय ने कहा कि भारत में रेलवे में बड़े पैमाने पर बदलाव देखने को मिलेगा। अगले 2-3 सालों में 200 नई वंदे भारत ट्रेनें, 100 अमृत भारत ट्रेनें, 50 वंदे भारत स्लीपर ट्रेन और 50 नमो भारत रैपिड रेल चलाई जाएंगी।
इसके अलावा 17,500 सामान्य बिना एसी वाले डिब्बों को भी लॉन्च किया जाएगा। यात्रियों को अच्छा और स्वच्छ खाना देने के लिए 900 बेस किचन बनाने की भी योजना है।
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रेलवे में सुरक्षा से जुड़े ये काम होंगे
रेलवे में सुरक्षा के लिए 1,16,514 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। इसमें कवच वर्जन 4.0 को इंजनों और रेलवे ट्रैक पर लगाया जा रहा है। नए वित्त वर्ष में इस पर तेजी से काम होगा।
बता दें कि अभी 10,000 इंजनों में कवच लगाया जा चुका है।
दिल्ली से मुंबई और दिल्ली से कोलकाता की रेलवे लाइन पर भी इस साल दिसंबर तक कवच लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
स्टेशन
1,300 स्टेशनों का होगा कायाकल्प
अगले 4 साल में रेलवे 1,300 से अधिक स्टेशनों का कायाकल्प करेगा। इन स्टेशनों में दोनों तरफ से प्रवेश और निकास की सुविधा, पार्किंग हाई लेवल प्लेटफार्म, लिफ्ट, एस्केलेटर और अन्य सुविधाएं दी जाएंगी।
रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि भारत का लक्ष्य 2047 तक 250 किलोमीटर प्रति घंटे की गति वाला 7,000 किलोमीटर लंबा हाई-स्पीड रेल नेटवर्क बनाना है। रेलवे की योजना अगले 10 साल में करीब 31,000 किलोमीटर ट्रैक बनाने की है।
घोषणाएं
रेलवे से जुड़े ये काम भी होंगे
रेलवे ने बताया कि नए वित्त वर्ष में वह 100 डीजल और 1,600 इलेक्ट्रिक इंजन बनाएगा।
इसके अलावा 9,423 कोच और 38 हजार वैगन बनाने की योजना बनाई है। 5,500 किलोमीटर रेलवे ट्रैक का रिन्यूअल भी किया जाएगा।
इसके अलावा 1,000 फ्लाईओवर और अंडरपास, 7,000 किलोमीटर हाई स्पीड रेल कॉरिडोर भी बनाया जाएगा। रेल मंत्री वैष्णव ने कहा, "यह ड्रीम बजट है। इसमें भविष्य के विकास की नीं और वर्तमान जरूरतों के हिसाब से राहत भी है।"