
2025 में तकनीकी कंपनियों में छंटनी का सिलसिला जारी, अब तक इतने लोगों की गई नौकरी
क्या है खबर?
टेक दिग्गज कंपनियों में कर्मचारियों की छंटनी इस साल भी जारी है। रिपोर्ट के अनुसार, 2025 में अब तक 1 लाख से ज्यादा नौकरियां जा चुकी हैं। माइक्रोसॉफ्ट, इंटेल, मेटा, गूगल और अमेजन जैसी कंपनियों ने बड़ी संख्या में कर्मचारियों को हटाया है। ये कंपनियां आर्थिक दबाव, पुनर्गठन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित बदलावों को कारण बता रही हैं। माइक्रोसॉफ्ट ने हाल ही में 9,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है।
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इंटेल, IBM और इंफोसिस में भी हुई कर्मचारियों में कटौती
इंटेल ने अपने चिप और क्लाउड से जुड़ी टीमों में 20 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी की है। IBM ने लगभग 8,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला, जिनमें से कई HR विभाग से थे, जिन्हें अब AI सिस्टम से बदला गया है। इंफोसिस ने भी 240 फ्रेशर्स को आंतरिक मूल्यांकन में फेल होने के कारण हटाया है। इस साल की शुरुआत में भी 300 से अधिक एंट्री-लेवल कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया गया था।
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अमेजन, गूगल और मेटा ने भी अपनाई छंटनी की नीति
अमेजन ने इस साल 4 दौर की छंटनी की है, जिसमें किताबों से जुड़े विभाग, पॉडकास्ट शाखा और डिवाइस यूनिट प्रभावित हुई। कंपनी 14,000 प्रबंधकीय पदों को खत्म करने की योजना भी बना रही है। गूगल ने अपने एंड्रॉयड, पिक्सल और क्रोम डिवीजन में सैकड़ों पदों की कटौती की है। मेटा ने साल की शुरुआत 5 प्रतिशत कर्मचारियों को निकालकर की, जबकि रियलिटी लैब्स से भी 100 से अधिक लोगों को निकाला गया है।
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अन्य टेक कंपनियों ने भी घटाया आकार
2025 में ऑटोमैटिक, ओला इलेक्ट्रिक, HP, सेल्सफोर्स और कैनवा जैसी कंपनियों ने भी बड़ी संख्या में नौकरियों में कटौती की है। ब्लू ओरिजिन, EA, सीमेंस, मैच ग्रुप और क्राउडस्ट्राइक ने भी अपने कर्मचारियों की संख्या घटाई है। विशेषज्ञों का मानना है कि AI आधारित पुनर्गठन, महंगाई, कम उपभोक्ता खर्च और उच्च ब्याज दरों ने कंपनियों को छंटनी के लिए मजबूर किया है। हालांकि, AI से जुड़ी नौकरियों में तेजी से भर्तियां भी हो रही हैं।