खाने-पीने की कीमतों पर दिखेगा भीषण गर्मी का असर, खाद्य महंगाई दर बढ़ेगी
देश के अलग-अलग हिस्सों में पड़ रही भीषण गर्मी से आने वाले दिनों में खाने-पीने की कीमतों पर असर पड़ेगा। यह अनुमान अर्थशास्त्रियों ने लगाया है। मनी कंट्रोल के मुताबिक, गर्मी से खाद्य महंगाई दर बढ़ने की संभावना है। साथ ही दाल की मुद्रास्फीति दोहरे अंक में बनी रहेगी। इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च के वरिष्ठ विश्लेषक पारस जसराय ने बताया कि जून 2024 में खाद्य मुद्रास्फीति 8 प्रतिशत से ऊपर होगी। इसका वर्ष 2025 के दूसरी तिमाही में प्रभाव पड़ेगा।
मई में दालों की बढ़ी हैं कीमतें
रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल में दालों की मुद्रास्फीति 16.8 प्रतिशत थी, जो मई में बढ़कर 17.1 प्रतिशत हो गई है। आने वाले समय में इसके कम होने के आसार नहीं है। देश में मुख्य रूप से अरहर दाल की खपत होती है, जिसकी थोक बाजार में कीमत जून में पिछले वर्ष की तुलना में 33.7 प्रतिशत अधिक रही है। जून के पहले पखवाड़े में दाल 13,737.9 रुपये प्रति क्विंटल की कीमत पर कारोबार कर रही थी।
15 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंची है थोक महंगाई
पिछले दिनों थोक मूल्यांक सूचकांक (WPI) पर आधारित थोक महंगाई दर 15 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। अप्रैल में थोक महंगाई दर 1.26 प्रतिशत थी, जो मई में 2.61 प्रतिशत पर पहुंच गई। अप्रैल में खाद्य वस्तुओं में 5-7 प्रतिशत की अधिक वृद्धि दर्ज हुई। केयरएज के मुख्य अर्थशास्त्री रजनी सिन्हा ने कहा कि उत्तर भारत में गर्मी और मानसून की धीमी प्रगति से कृषि आय, खाद्य मुद्रास्फीति और सामान्य स्वास्थ्य स्थितियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।