थोक महंगाई दर जून में -4.12 प्रतिशत रही, 2015 के बाद सबसे कम
वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में थोक महंगाई दर जून में 2015 के बाद सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई। यह -4.12 प्रतिशत दर्ज की गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, थोक मूल्य सूचकांक (WPI) या थोक मुद्रास्फीति मई में -3.48 प्रतिशत दर्ज की गई थी। जून में दर्ज थोक मुद्रास्फीति अक्टूबर, 2015 के बाद सबसे कम है। खाद्य पदार्थों के लिए जून की थोक मुद्रास्फीति सालाना आधार पर 1.24 प्रतिशत कम हुई।
थोक महंगाई में गिरावट आने का क्या है कारण?
वाणिज्य मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि WPI मुद्रास्फीति की दर में गिरावट के लिए मुख्य रूप से खनिज तेल, खाद्य उत्पादों, बुनियादी धातुओं, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और वस्त्रों की कीमतों में गिरावट एक बड़ा कारण है। जानकारी के मुताबिक, प्राथमिक वस्तुओं में महंगाई दर घटकर -2.87 प्रतिशत, ईंधन और बिजली के लिए -12.63 प्रतिशत और विनिर्मित उत्पादों के लिए -2.71 प्रतिशत पर आ गई है।