खाद्य पदार्थों की कीमतें बढ़ने का असर, थोक महंगाई दर 13 महीने के उच्चतम स्तर पर
क्या है खबर?
तेल और खाद्य पदार्थ समेत अन्य चीजों के दाम बढ़ने का असर थोक महंगाई दर पर दिखा है। यह 13 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।
बिजनेस स्टैंडर्ड के मुताबिक, मंगलवार को थोक मूल्यांक सूचकांक (WPI) आधारित महंगाई दर में अप्रैल का आंकड़ा 1.26 प्रतिशत दर्ज किया गया है।
पिछले साल अप्रैल में यह दर 0.79 प्रतिशत और मार्च, 2024 में यह दर 0.53 प्रतिशत थी। विशेषज्ञों ने यह आंकड़ा 1 प्रतिशत पर रहने का अनुमान जताया था।
महंगाई
कैसे बढ़ी महंगाई दर?
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि अप्रैल, 2024 में थोक महंगाई दर बढ़ने की मुख्य वजह खाद्य वस्तुओं, बिजली, कच्चे पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, खाद्य उत्पादों के निर्माण और अन्य विनिर्माण आदि की कीमतों में बढ़ोतरी रही है।
अप्रैल, 2024 में कच्चे पेट्रोलियम की थोक महंगाई दर 4.97 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो पिछले साल 1.64 प्रतिशत थी। हालांकि, खुदरा महंगाई दर में थोड़ी कमी देखी गई है।
दर
किस क्षेत्र में कितनी बढ़ी दर?
रिपोर्ट के मुताबिक, खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर अप्रैल, 2024 में बढ़कर 7.74 प्रतिशत हो गई, जो पिछले महीने मार्च में 6.88 प्रतिशत थी।
इसी तरह सब्जियों की महंगाई दर मार्च में 19.52 प्रतिशत थी, जो अप्रैल में 23.60 प्रतिशत हो गई। थोक महंगाई दर के इतर अप्रैल में खुदरा महंगाई दर 11 महीने के निचले स्तर पर आ गई है।
यह 4.83 प्रतिशत दर्ज की गई है। पिछले महीने मार्च में यह 4.85 प्रतिशत थी।