
एप्सिलॉन समूह बैटरी सामग्री निर्माण के लिए कर्नाटक में लगाएगी फैक्ट्री, जानिए कितना करेगी निवेश
क्या है खबर?
देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए एप्सिलॉन समूह ने आज (12 फरवरी) को कर्नाटक में EV बैटरी परीक्षण और उन्नत सामग्रियों के लिए निर्माण और अनुसंधान प्लांट स्थापित करने की घोषणा की है।
इसे विकसित करने में 15,350 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना है।
कंपनी ने बताया कि इसको लेकर बेंगलुरु में इन्वेस्ट कर्नाटक शिखर सम्मेलन में कर्नाटक सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
बजट
किस तरह से होगा बजट खर्च?
यह निवेश अगले 10 सालों में योजनाबद्ध खर्च कर इलेक्ट्रिक वाहन पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देते हुए हजारों नौकरियां पैदा करेगा और एडवांस बैटरी तकनीक के केंद्र के रूप में देश की स्थिति को मजबूत करेगा।
इस योजना में ग्रेफाइट एनोड निर्माण प्लांट के लिए 9,000 करोड़ रुपये और LFP कैथोड निर्माण प्लांट के लिए 6,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
बैटरी सामग्री और बैटरी परीक्षण अनुसंधान एवं विकास और प्रशिक्षण केंद्र के लिए 350 करोड़ रुपये का निवेश होगा।
सहायक कंपनियां
सहायक कंपनियों के साथ बनाएगी बैटरी सामग्री
एप्सिलॉन समूह अपनी सहायक कंपनियों एप्सिलॉन एडवांस्ड मैटेरियल्स और एप्सिलॉन CAM के साथ टिकाऊ और उच्च प्रदर्शन वाले ग्रेफाइट एनोड और लिथियम आयरन फॉस्फेट (LFP) कैथोड बैटरी सामग्री का निर्माण करेगा।
इसके साथ इंस्पायर एनर्जी रिसर्च सेंटर EV बैटरी सामग्री और बैटरी निर्माताओं के लिए अनुसंधान एवं विकास, परीक्षण और प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करेगा।
समूह स्थानीय रूप से उत्पादित, उच्च-प्रदर्शन सामग्री के साथ भारतीय बैटरी निर्माताओं की जरूरतों को पूरा करेगा।