CNG के दामों में हो सकता है 4 से 6 रुपये तक का इजाफा, जानिए कारण
पेट्रोल-डीजल के महंगे दामों के कारण कंप्रेस्ड नैचुरल गैस (CNG) से गाड़ी चलाने वालों को तगड़ा झटका लगने वाला है। केंद्र सरकार ने शहर के खुदरा विक्रेताओं को घरेलू स्तर पर उत्पादित सस्ती प्राकृतिक गैस की आपूर्ति में 20 प्रतिशत तक की कटौती की है। सूत्रों के अनुसार, अगर ईंधन पर उत्पाद शुल्क (एक्साइज ड्यूटी) में कटौती नहीं की जाती है तो ऑटोमोबाइल को बेची जाने वाली CNG की कीमत में 4-6 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी हो सकती है।
प्राकृतिक गैस के उत्पादन में आ रही गिरावट
देश में अरब सागर से लेकर बंगाल की खाड़ी तक जमीन और समुद्र के नीचे से पंप की गई प्राकृतिक गैस कच्चा माल है, जिसे ऑटोमोबाइल में बिक्री के लिए CNG और घरों में रसोई गैस में बदल दिया जाता है। प्राकृतिक गैस का उत्पादन सालाना 5 फीसदी गिर रहा है। इस कारण शहरी खुदरा विक्रेताओं के लिए गैस की आपूर्ति में कटौती हुई है। दूसरी तरफ रसोई के लिए मिलने वाली LPG के लिए कच्चा माल सुरक्षित रखा है।
सरकार के पास है यह विकल्प
इस कटौती के कारण खुदरा विक्रेताओं को कमी की भरपाई के लिए आयातित और महंगी LPG गैस खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, जिससे CNG की कीमतों में 4-6 रुपये/किलोग्राम की बढ़ोतरी होगी। फिलहाल विक्रेताओं ने CNG की दरें नहीं बढ़ाई हैं क्योंकि, वे इसके समाधान के लिए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के साथ बातचीत कर रहे हैं। अगर, सरकार CNG पर कस्टम ड्यूटी में कटौती कर देती है, तो उन्हें कीमत नहीं बढ़ानी पड़ेगी।