केंद्रीय राज्य मंत्री के कार्यक्रम के दौरान चली पॉर्न फिल्म, मजिस्ट्रेट स्तर की जांच के आदेश
क्या है खबर?
केंद्रीय राज्य मंत्री रामेश्वर तेली को असम के अन्य कुछ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ उस समय शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा जब उनके एक कार्यक्रम में पीछे की स्क्रीन पर पॉर्न फिल्म चलना शुरू हो गई।
पुलिस ने आरोपी के जूम मीटिंग के जरिए पॉर्न क्लिप चलाने की आशंका जताई है, हालांकि अभी तक किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है।
मंत्री ने मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
घटना
असम के तिनसुकिया जिले में हुई घटना
घटना असम के तिनसुकिया जिले की है। केंद्रीय पेट्रोलियम राज्य मंत्री रामेश्वर तेली शनिवार को यहां इंडियन ऑयल कंपनी के मेथनॉल-मिश्रित M-15 पेट्रोल का लॉन्च करने के लिए पहुंचे थे।
होटल मिराना में हो रहे इस कार्यक्रम में उनके साथ असम के श्रम मंत्री संजय किशन और इंडियन ऑयल के कई शीर्ष अधिकारी भी मौजूद थे।
एक अधिकारी कार्यक्रम को संबोधित कर रहा था, तभी कार्यक्रम का लाइव प्रसारण करने के लिए लगाई गई स्क्रीन पर पॉर्न चलने लगी।
डैमेज कंट्रोल
चंद सेकंड के अंदर बंद किया गया वीडियो
घटना होते ही मौके पर मौजूद आयोजक डैमेज कंट्रोल में लग गए और वीडियो को कुछ सेकंड के अंदर ही बंद कर दिया। हालांकि इससे पहले ही मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने अपने फोन में पूरी घटना को कैद कर लिया।
जल्द ही पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गई और तिनसुकिया पुलिस स्टेशन में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। अभी तक आरोपी की पहचान नहीं हो पाई है।
आशंका
आरोपी के जूम मीटिंग के जरिए अश्लील क्लिप चलाने की आशंका
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इंडियन ऑयल के एक अधिकारी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर कार्यक्रम के लाइव स्ट्रीम की जूम मीटिंग आईडी और पासवर्ड शेयर किया था। पीछे की स्क्रीन पर यही लाइव स्ट्रीम चलाई जा रही थी।
तिनसुकिया के पुलिस प्रमुख देवजीत देवरी ने कहा, "संभवतः आरोपी ट्विटर से मीटिंग आईडी और पासवर्ड लेकर जूम मीटिंग में शामिल हुआ। इसके बाद उसने जूम मीटिंग में अश्लील क्लिप चलाई।"
बयान
तेली ने कहा- मैंने नहीं देखी क्लिप, सहायक ने दी जानकारी
राज्य मंत्री तेली ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने अश्लील क्लिप चलते हुए नहीं देखी, लेकिन उनके निजी सहायक ने उन्हें इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उन्होंने आरोपियों की जांच और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
तिनसुकिया के जिलाधिकारी ने मामले में मजिस्ट्रेट स्तर की जांच का ऐलान किया है और एडिशनल जिला मजिस्ट्रेट मंजीत बरकाकती को जांच सौंपी है। बरकाकती ने 4 मई को गवाहों को अपने दफ्तर बुलाया है।