
OpenAI टैलेंट पलायन रोकने के लिए कर्मचारियों के वेतन में करेगी बदलाव
क्या है खबर?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंपनी OpenAI ने हाल ही में अपने कई वरिष्ठ वैज्ञानिकों को मेटा जैसे प्रतिस्पर्धी प्लेटफॉर्म्स में खो दिया है। इस टैलेंट पलायन को रोकने के लिए OpenAI अब अपने कर्मचारियों के वेतन और बोनस की नीति में बदलाव की तैयारी कर रही है। कंपनी का फोकस अब शीर्ष प्रतिभाओं को पहचानने और उन्हें बेहतर ऑफर देकर बनाए रखने पर है। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी लगातार कर्मचारियों से संपर्क में हैं और आंतरिक अभियान चला रहे हैं।
हलचल
मेटा के भर्ती अभियान से OpenAI में हलचल
OpenAI से जुड़े कई शोधकर्ता जैसे लुकास बेयर और ट्रैपिट बंसल अब मेटा के साथ जुड़ गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, मेटा ने सीधे OpenAI और गूगल के वैज्ञानिकों को टारगेट किया है। मेटा के CEO मार्क जुकरबर्ग खुद इस भर्ती अभियान में सक्रिय हैं। माना जा रहा है कि यह कदम मेटा की सुपरइंटेलिजेंस लैब को तेजी से खड़ा करने की योजना का हिस्सा है, जिससे OpenAI की स्थिति थोड़ी असहज हो गई है।
विवाद
बोनस विवाद पर बोले ऑल्टमैन
OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने दावा किया कि मेटा कुछ वैज्ञानिकों को लगभग 850 करोड़ रुपये तक के साइनिंग बोनस दे रही है। इस पर मेटा ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह दावा गलत है। मेटा के CTO एंड्रयू बोसवर्थ ने कहा कि ऐसे बड़े पैकेज केवल बेहद वरिष्ठ लोगों को मिलते हैं और वह भी साधारण चेक की तरह नहीं। मेटा के कई नए कर्मचारी भी इन अफवाहों को फर्जी बता चुके हैं।
भरोसा
OpenAI ने कर्मचारियों को दिया भरोसा
OpenAI अपने कर्मचारियों को बनाए रखने के लिए नई रणनीति पर काम कर रही है। कंपनी की ओर से कहा गया है कि वे अपनी संस्कृति को बनाए रखने के साथ-साथ टैलेंट को सम्मान भी देंगे। रिसर्च प्रमुख मार्क चेन ने टीम को भरोसा दिलाया कि वे हर स्थिति में साथ खड़े हैं। उन्होंने मेटा को 'साइड क्वेस्ट' बताया और कहा कि असली ध्यान इंटेलिजेंस को आगे बढ़ाने पर होना चाहिए, न कि प्रतिस्पर्धा में उलझने पर।