
बैंक लॉकर लेने की बना रहे हैं योजना? जान लें इससे जुड़ी कुछ अहम बातें
क्या है खबर?
बैंक लॉकर में आभूषण, महत्वपूर्ण दस्तावेज और अन्य कीमती मूल्यवान वस्तुओं को सुरक्षित रखना एक सुरक्षित विकल्प माना जाता है। कोई भी व्यक्ति किसी भी बैंक में अपने नाम पर लॉकर खोल सकता है, भले ही उनका वहां खाता हो या नहीं। अगर, आप भी बैंक लॉकर लेने की योजना बना रहे हैं तो इसके बारे में कुछ बातें आपको पता होनी जरूरी है। आइए जानते हैं बैंक लॉकर लेने से पहले किन बातों का ध्यान रखें।
चयन
ऐसे बैंक का करें चुनाव
सबसे पहले आपको एक ऐसा बैंक चुनना चाहिए, जो आपके घर के नजदीक स्थित हो और अपनी बेहतरीन सेवा के लिए जाना जाता हो और इसमें पहले से ही आपका खाता हो। लॉकर के लिए पात्र होने के लिए बैंकों को आमतौर पर ग्राहकों के पास बचत या चालू खाता होना आवश्यक होता है। बैंक अक्सर रिफंडेबल सिक्योरिटी डिपॉजिट की मांग करते हैं, जिसका भुगतान नकद या फिक्स्ड डिपॉजिट के रूप में किया जा सकता है।
उपलब्धता
ऐसे आवंटित होता है लॉकर
बैंक लॉकर के लिए पहचान और पते का प्रमाण जैसे कि पैन या आधार कार्ड के साथ ही नई पासपोर्ट साइज की तस्वीर जरूरी होती है। इसके साथ बैंक लॉकर एग्रीमेंट प्रस्तुत करेगा, जिसमें उपयोग की शर्तें और नियम लिखे होते हैं। इस कानूनी रूप से बाध्यकारी एग्रीमेंट पर बैंक और ग्राहक दोनों के हस्ताक्षर होने चाहिए। लॉकर अलग-अलग आकार में उपलब्धता के आधार पर आवंटित किए जाते हैं। कुछ मामलों में इंतजार करना पड़ सकता है।
शुल्क
कैसे तय होता है लॉकर का किराया?
लॉकर का किराया उसके आकार और शाखा के स्थान के आधार पर भिन्न होता है। अगर, ग्राहक निर्धारित सीमा से अधिक बार लॉकर खोलता है तो अतिरिक्त सर्विस शुल्क देना पड़ सकता है। बैंक लॉकर सुरक्षित तो होते हैं, लेकिन पूरी तरह जोखिम-मुक्त नहीं हैं। ज्यादातर बैंक कहते हैं कि वे लॉकर में रखी चीजों के लिए जिम्मेदार नहीं हैं। ऐसे में मूल्यवान चीजों का बीमा करवाना समझदारी है। इसके अलावा, परिवार के किसी सदस्य को नामित करना जरूरी है।