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विमानों की तरह कारों में भी होता है ब्लैक बॉक्स, जानिए कैसे करता है काम 
कार दुर्घटनाग्रस्त होने पर EDR विमानों के ब्लैक बॉक्स की तरह काम करता है (तस्वीर: फ्रीपिक)

विमानों की तरह कारों में भी होता है ब्लैक बॉक्स, जानिए कैसे करता है काम 

Jul 04, 2025
07:46 am

क्या है खबर?

किसी विमान के दुर्घटनाग्रस्त के बाद सबसे पहले उसका ब्लैक बॉक्स खोजा जाता है, ताकि हादसे के पीछे के कारणों का पता लगाया जा सके। बहुत कम लोगों को पता होगा कि कारों में भी ब्लैक बॉक्स होता है, जिसे आधिकारिक तौर पर इवेंट डाटा रिकॉर्डर (EDR) कहा जाता है, लगभग सभी आधुनिक कारों में पाया जाता है। यह दुर्घटना के कारणों का पता लगाने में मददगार है। आइये जानते हैं कार का ब्लैक बॉक्स कैसे काम करता है।

तरीका 

EDR कैसे करता है काम?

कार का ब्लैक बॉक्स या EDR आमतौर पर पावरट्रेन कंट्रोल मॉड्यूल (PCM) या एयरबैग कंट्रोल मॉड्यूल (ACM) में पाया जाता है। उपकरण विभिन्न सेंसर से दुर्घटना होने से ठीक पहले, उसके दौरान और उसके बाद की जानकारी लॉक करता है। यह कार की गति, ब्रेक की स्थिति, स्टीयरिंग व्हील का कोण, सड़क का झुकाव और सीटबेल्ट उपयोग की स्थिति का डाटा जमा करेगा। ऐसे में अगर किसी कार का एक्सीडेंट होता है तो इससे सभी जानकारी सामने आ जाएगी।

फायदा 

EDR का क्या है फायदा?

EDR दुर्घटनाओं के कारणों और परिस्थितियों को समझने में मदद करता है, जिससे यह निर्धारित करने में मदद मिलती है कि क्या और कैसे हुआ। इसका डाटा बीमा कंपनियों को दावों का मूल्यांकन करने और धोखाधड़ी को रोकने में सहायक होता है। इसका उपयोग सुरक्षा अनुसंधान में किया जाता है, ताकि यह समझा जा सके कि दुर्घटनाएं कैसे होती हैं और भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए डिजाइन और सुरक्षा उपायों को कैसे बेहतर बनाया जाए।