कार का इंजन इन कारणों से हो सकता है ओवरहीट, बीच रास्ते दे सकता है धोखा
देश में इन दिनों तापमान में लगातार बढ़ाेतरी देखने को मिल रही है। ऐसे में कई बार आपको कार के इंजन के ओवरहीट होने से परेशानियों का सामाना करना पड़ता है। कई बार तो यह इतना तप जाता है कि आग लगने और बीच रास्ते में ही कार के बंद पड़ जाने तक की नौबत आ जाती है। कार गाइड में हम आपको बता रहे हैं किन वजहों से कार का इंजन ज्यादा गर्म होता है।
कूलिंग सिस्टम में खराबी है बड़ा कारण
कूलिंग सिस्टम का लीक होना कार के इंजन के गर्म होने का सबसे मुख्य कारण है। कार के रेडिएटर, वाटर पंप, होज, हेड गैसकेट या थर्मोस्टेट हाउसिंग में कोई लीक या रिसाव होता है तो इंजन ठीक से ठंडा नहीं हो पाएगा। कूलेंट (एथिलीन ग्लाइकॉल ) इंजन को ठंडा रखने में सबसे अहम होता है। ऐसे में कूलेंट लीक कर रहा हो या खराब क्वॉलिटी का होगा, कूलेंट नली में ब्लॉकेज तो यह इंजन को ठंडा नहीं करेगा।
रेडिएटर की खराबी नहीं करने देती इंजन को ठंड़ा
रेडिएटर में खराबी ओवरहीटिंग का एक अन्य आम कारण है। कभी-कभी रेडिएटर का फैन ठीक ढंग से काम नहीं करता है, या फिर इसमें गंदगी जमा हो जाती है। इससे वेंटिलेशन प्रभावित होता है और इंजन बहुत जल्द ही गर्म होत जाता है। साथ ही वॉटर पंप टूटने से भी इंजन ठीक से ठंड़ा नहीं होता। इसके अलावा कूलेंट एक्सपेंशन टैंक का सही से काम नहीं करना और इंजन में ऑयल का कम स्तर भी ओवरहीटिंग के लिए जिम्मेदार है।