कार केयर टिप्स: रेडिएटर को कब करें साफ? मिलते हैं ये संकेत
क्या है खबर?
कार का इंजन उसका दिल होता है और रेडिएटर इसके तापमान को नियंत्रित करने का काम करता है।
यह फ्रंट ग्रिल और इंजन के सामने लगा होता है और पंखों में एंटीफ्रीज और पानी के मिश्रण को फैलाना है। इससे इंजन का तापमान कम रहता है।
इस प्रक्रिया में रेडिएटर पर गंदगी, कचरा और जंग लग जाती है। इसे साफ नहीं करने पर यह सही से काम नहीं करता।
आइये जानते हैं कब रेडिएटर को साफ करने की जरूरत है।
ओवर हीटिंग
जब इंजन होने लगे ज्यादा गर्म
रेडिएटर को केमिकल, नए कूलेंट और पानी के साथ फ्लश किया जाता है, जिससे इस पर जमा गंदगी साफ हो जाती है।
रेडिएटर की सफाई कब करनी है इसका पहला संकेत यह मिलता है कि जब पर्याप्त कूलेंट होने के बावजूद इंजन ज्यादा गर्म हो रहा है।
इससे साफ है कि या तो कूलेंट खराब हो गया है या रेडिएटर को फ्लश करवाने की जरूरत है। साथ ही कूलेंट का रिसाव भी रेडिएटर फ्लश की तरफ इशारा करता है।
कूलेंट
पुराने कूलेंट में नहीं मिलाएं नया
कूलेंट इनलेट कैप को खोलकर भी कूलेंट के दूषित या खराब होने की जांच कर सकते हैं।
दरअसल, कार मालिक पुराने कूलेंट को निकाले बिना उसमें नया कूलेंट डालते जाते हैं, जिससे यह खराब होता जाता है और रेडिएटर जंग पकड़ने लगता है।
कूलेंट का रंग हरा या लाल होना चाहिए। अगर, यह मटमैला भूरा हो गया है तो यह रेडिएटर फ्लश का समय है। इंजन से मीठी गंध कूलेंट लीक का संकेत देती है।