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इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने की घटना को लेकर गंभीर हुई सरकार, जांच के आदेश
ओला और ओकिनावा ई-स्कूटरों की होगी जांच

इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने की घटना को लेकर गंभीर हुई सरकार, जांच के आदेश

Mar 30, 2022
12:30 pm

क्या है खबर?

अभी कुछ दिन पहले ही पुणे में ओला के एक स्कूटर में आग लगने का वीडियो सामने आया था और इससे पहले ओकिनावा के स्कूटर में भी आग लग चुकी है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने मंगलवार को ओला इलेक्ट्रिक और ओकिनावा इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने की हालिया घटनाओं की जांच के आदेश दिए। मंत्रालय ने दोनों कंपनियों से इसके कारण भी पूछा है।

जानकारी

इस संगठन को दिए गए हैं जांच के आदेश

सरकार ने मंगलवार को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के तहत आने वाले सेंटर फॉर फायर, एक्सप्लोसिव एंड एनवायरनमेंट सेफ्टी को उन परिस्थितियों की जांच करने और इसके बचाव के उपायों का सुझाव देने के लिए कहा है। मंत्रालय जानना चाहता है कि ये दोनों आग की घटनाएं बाहरी वातावरण के कारण हुई है या इसमें स्कूटरों का डिजाइन कारण बना है। इन दोनों कंपनियों की तरफ से बयान आना बाकी है।

जांच

ये वजह बनी जांच का कारण

जांच के आदेश देने के पीछे इन इलेक्ट्रिक स्कूटरों में होनी वाली लगातार घटनाएं हैं। पहली घटना ओला S1 प्रो इलेक्ट्रिक स्कूटर में हुई थी, जिसमें सड़क किनारे खड़े स्कूटर के बैटरी के डिब्बे से धुआं निकलता देखा गया जो बाद में भीषण आग में बदल गया। गनीमत रही कि आग में कोई हताहत नहीं हुआ। वहीं, एक अन्य घटना में एक ओकिनावा इलेक्ट्रिक स्कूटर में तमिलनाडु में आग लग गई, जिसमें पिता और पुत्री की मौत हो गई थी।

कारण

क्या हो सकती है आग लगने की वजह?

विशेषज्ञों के मुताबिक, किसी भी इलेक्ट्रिक स्कूटर में लिथियम-आयन बैटरी के क्षतिग्रस्त होने या फिर शॉर्ट सर्किट होने पर आग लग सकती है। हालांकि, अभी इस पर जांच की जा रही है कि आखिर किस वजह से ओला ई- स्‍कूटर में आग लगी है। लिथियम-आयन बैटरी में लगी आग को बुझाना मुश्किल होता है। पानी के संपर्क में आने पर यह हाइड्रोजन गैस और लिथियम-हाइड्रॉक्साइड जैसे खतरनाक तत्व पैदा करता है। बता दें कि लिथियम-हाइड्रॉक्साइड अत्‍यधिक ज्‍वलनशील होता है।

बचाव

इन उपायों से रख सकते हैं अपने वाहन को सुरक्षित

अगर आपके पास भी इलेक्ट्रिक वाहन है तो आप इन उपायों को अपनाकर ऐसे दुर्घटनाओं से अपने वाहन को बचा सकते हैं। वाहन को केवल निर्माता द्वारा दिए गए चार्जर से ही चार्ज करें। अपने EV को सीधे धूप में लंबे समय तक पार्क न करें। बैटरी के स्थिति को ट्रैक करने के लिए निर्माता द्वारा दिए गए टेलीमैटिक्स और ऐप का उपयोग करें। चार्ज करते समय सावधान रहें और चार्जिंग के लिए उचित सॉकेट और प्लग का उपयोग करें।