पुरानी कारें बेचना बंद करेगी ओला, कैब सर्विसेज और इलेक्ट्रिक वाहनों पर रहेगा जोर
भारत में ओला ने कैब सर्विस से शुरुआत की थी, जो कंपनी के लिए सबसे सफल कारोबार साबित हुआ। इसके बाद ओला ने कई और व्यवसायों में भी हाथ आजमाया, जिन्हें कंपनी अब बंद करने का निर्णय ले चुकी है। इसका मुख्य कारण है कि कंपनी अब अपना पूरा ध्यान सिर्फ कैब सर्विस और नये इलेक्ट्रिक वाहनों के कारोबार पर रखना चाहती है। आइये जानते हैं कि ओला अपने किन व्यवसायों को बंद करने जा रही है।
पुरानी कारें नहीं बेचेगी ओला
ओला ने अपने सेकेंड हैंड कार व्यवसाय ओला कार्स को बंद कर दिया है। इसकी शुरुआत आठ महीने पहले अक्टूबर में की गई थी। इसके तहत कंपनी पुरानी कारें खरीद कर बाजार में बेचा करती थी। खबरों के अनुसार, कंपनी अब तक पांच शहरों में इसके सेंटर बंद कर चुकी है। शुरुआत में कंपनी की योजना देश के 100 शहरों में इसके 300 सेंटर खोलने की थी। ओला को इस कारोबार में कार्स24, OLX, स्पिनी जैसी कंपनियों से टक्कर मिली।
किराना डिलीवरी व्यवसाय भी बंद कर रही औला
ओला कार्स के अलावा कंपनी ने अपना किराना डिलीवरी व्यवसाय ओला डैश (Ola Dash) भी बंद करने जा रही है। ओला डैश के माध्यम से कंपनी 10 मिनट में किराने का सामान डिलीवर करने का दावा करती थी। कंपनी ने इसे ऐसे वक्त में बंद करने का निर्णय लिया है जब यह अच्छे राजस्व कमाने वाले कारोबारों में से एक बन रहा है। कंपनी के इस व्यवसाय का नाम पहले ओला स्टोर्स हुआ करता था।
ओला की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को रफ्ताार देने की है योजना
ओला ने 25 जून को बयान में कहा है कि कंपनी ने अपनी प्राथमिकताओं पर विचार किया है, जिसके तहत कुछ व्यवसाय बंद किए जा रहे है और कुछ व्यवस्थित किए जाएंगे। ये निर्णय इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को रफ्ताार देने की योजना में फायदेमंद साबित होंगे। कंपनी अपना मुख्य व्यवसाय कैब सर्विसेज के साथ-साथ अब इलेक्ट्रिक वाहनों को भी बनाएगी। भारत अब तक ओला की पहचान कैब सर्विस कंपनी की ही रही है, जिसका मुकाबला उबर से रहता है।
इन कारोबारों में हाथ आजमा चुकी है ओला
ओला ने साल 2015 में फूड डिलीवरी के लिये ओला कैफे की शुरुआत की थी, जिससे कंपनी अलग-अलग समयानुसार लंच, स्नैक्स और डिनर की डिलीवरी किया करती थी, लेकिन कंपनी ने सालभर में ही इसे बंद कर दिया। कंपनी 2017 में फूडपांडा का अधिग्रहण कर फिर इस व्यवसाय में आई, लेकिन 2019 में इसे भी बंद करना पड़ा। इनके बाद कंपनी ने क्लाउड किचन ओला फूड की शुरुआत की लेकिन ओला का यह व्यवसाय कभी रफ्तार नहीं पकड़ सका।