भारत इन देशों को पीछे कर बना तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार
भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार ने जापान और जर्मनी के ऑटो बाजार को पीछे छोड़ तीसरा सबसे बड़ा कार बाजार बन गया है। साल 2022 में भारतीय लोगों ने खूब गाड़ियां खरीदी हैं। देश में ऑटोमोबाइल कंपनियों के लिए भी साल 2022 बेहद ही अच्छा रहा। पिछले साल घरेलू बाजार में कुल 50 लाख गाड़ियां खरीदी गईं, जो 2021 में बेचीं गई 40.82 लाख गाड़ियों की तुलना में लगभग 23.5 प्रतिशत अधिक है।
चीन और अमेरिका हैं भारत से आगे
पिछले साल चीन में सबसे अधिक गाड़ियां खरीदी गई। साल 2022 में यहां लगभग 2 करोड़ 48 लाख गाड़ियों की बिक्री हुई है। 2021 की तुलना में यह 3.60 प्रतिशत अधिक है। अमेरिका में भी जमकर गाड़ियां खरीदी गयीं। पिछले साल यहां करीब 1 करोड़ 38 लाख गाड़ियों की बिक्री हुई है। ये आंकड़े 2021 में खरीदी गई कुल गाड़ियों की तुलना में करीब 8.30 प्रतिशत कम है।
जापान और जर्मनी में कम बिकीं गाड़ियां
सालाना आधार पर 2021 की तुलना में 2022 में 4.40 प्रतिशत कम गाड़ियां बिकी हैं। पिछले साल यहां करीब 45 लाख गाड़ियां बिकी हैं, जबकि जर्मनी में 28 लाख गाड़ियां बिकी हैं। पिछले साल भारत में सबसे अधिक पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री हुई है। पिछले साल घरेलू बाजार में कुल 37.97 लाख पैसेंजर गाड़ियां खरीदी गईं, जो 2021 में बेचीं गई 30.82 लाख गाड़ियों की तुलना में लगभग 23 प्रतिशत अधिक है।
देश में इन कंपनियों का रहा जलवा
पिछले साल सबसे अधिक गाड़ियां बेचने वाली कंपनियों के लिस्ट में मारुति सुजुकी का नाम सबसे ऊपर है। कंपनी ने पिछले साल कुल 15.76 लाख गाड़ियों की बिक्री करने में सफल रही। 2021 में ये आंकड़े 13.64 लाख यूनिट्स थे। दूसरा स्थान हुंडई को मिला है। हुंडई ने देश कुल 5,52,511 गाड़ियों की बिक्री की है। सालाना आधार पर कंपनी को 9.4 प्रतिशत का फायदा हुआ है। 2021 में कंपनी ने देश में 5,05,033 गाड़ियों की बिक्री की थी।
टाटा मोटर्स और टोयोटा ने भी बेचीं खूब गाड़ियां
बिक्री के मामले में टाटा मोटर्स को तीसरा स्थान मिला है। पिछले साल टाटा ने देश में 5,26,798 गाड़ियों की बिक्री की है। इसी तरह टोयोटा ने भी पिछले साल 1,60,357 गाड़ियों की बिक्री की है, जो 2021 में बेचीं गई 1.30 लाख गाड़ियों की तुलना में करीब 23 प्रतिशत अधिक है। पिछले 10 साल की तुलना में पिछले साल कंपनी ने सबसे अधिक गाड़ियों की बिक्री की है।