हुंडई ने वैश्विक स्तर पर बनाई 10 करोड़ गाड़ियां, जानिए कब शुरू हुआ था उत्पादन
हुंडई मोटर कंपनी ने आज (30 सितंबर) 10 करोड़ कार बनाने का एक नया कीर्तिमान स्थापित कर लिया है। दक्षिण कोरिया में उल्सान प्लांट से इलेक्ट्रिक कार आयोनिक-5 के उत्पादन के साथ यह उपलब्धि हासिल की है। कार निर्माता ने 57 साल पहले 1968 में इसी प्लांट में कार उत्पादन शुरू किया था, जो कंपनी का दुनियाभर में सबसे बड़ा कारखाना है। कॉर्टिना यहां असेंबल होने वाली पहली कार और 1975 में सबसे पहली निर्मित गाड़ी पोनी रही थी।
भारत में 2 प्लांट में होता है उत्पादन
वर्तमान में हुंडई अपने घरेलू दक्षिण कोरियाई बाजार के अलावा अमेरिका, यूरोप, एशिया और ऑस्ट्रेलिया सहित सभी प्रमुख बाजारों में काम करती है। भारत उसके लिए तीसरा सबसे बड़ा विदेशी बाजार है, जहां 1996 में परिचालन शुरू किया गया था। तमिलनाडु में कंपनी के 2 प्लांट है, जिनकी उत्पादन क्षमता 7 लाख से अधिक है। इसके अलावा कंपनी ने पिछले साल तालेगांव में जनरल मोटर्स के प्लांट का अधिग्रहण किया था, जिसमें अगले साल से उत्पादन शुरू हो सकता है।
टक्सन सबसे ज्यादा बिकने वाला मॉडल
टक्सन SUV वर्तमान में वैश्विक स्तर पर हुंडई की सबसे ज्यादा बिकने वाला मॉडल है। 2023 में इसकी 2 लाख से अधिक गाड़ियां बेची गई थीं। पिछले साल अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बेचीज जाने वाली 5 शीर्ष कारों में एलांट्रा, सेंटा फे, पैलिसेड और कोना इलेक्ट्रिक शामिल थीं। भारत में 2023 में कंपनी ने 6 लाख से ज्यादा कार बेची हैं। इनमें सबसे ज्यादा बिकने वाला मॉडल हुंडई क्रेटा रहा है, जिसकी अब तक बिक्री 1 लाख से अधिक रही है।