लैटिन NCAP क्रैश टेस्ट में फेल हुई नई हुंडई टक्सन, मिली O-स्टार सेफ्टी रेटिंग
क्या है खबर?
दिग्गज वाहन निर्माता हुंडई ने पिछले महीने ही अपनी टक्सन SUV के फेसलिफ्ट वेरिएंट को भारतीय बाजार में उतारा था। यह कार दो और छह एयरबैग के विकल्प में आती है।
लैटिन NCAP के तहत इस कार का क्रैश टेस्ट किया। इसके दो एयरबैग वेरिएंट को 0-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है। वहीं, इसके छह एयरबैग वेरिएंट को 3-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है।
यह कार एडवांस ड्राइविंग असिस्मेंट सिस्टम (ADAS) के साथ आती है।
आइये इसके बारे में जानते हैं।
क्रैश टेस्ट
क्रैश टेस्ट में कैसा रहा कार का प्रदर्शन?
एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में कार के ड्यूल-एयरबैग वेरिएंट ने 38 में से 20.09 अंक प्राप्त करते हुए 50.23 प्रतिशत अंक हासिल किया है। वहीं, कार के छह एयरबैग वेरिएंट को इस सेगमेंट में 32.62 अंक मिले हैं।
बच्चों के सुरक्षा के मामले में ड्यूल-एयरबैग वेरिएंट ने 5.34 प्रतिशत अंक और ड्यूल-एयरबैग वेरिएंट ने 69.53 प्रतिशत अंक प्राप्त किये हैं।
कार ने साइड इफेक्ट, पोल से टकराव में अच्छा प्रदर्शन किया है।
लुक
कैसा है नई टस्कन का डिजाइन?
नई जनरेशन टक्सन के डिजाइन की बात करें तो इसमें मस्कुलर हुड, क्रोम ग्रिल, डे टाइम रनिंग लाइट (DRLs) के साथ स्लीक LED हेडलाइट्स और चौड़ा एयर डैम दिए गए हैं।
कार के किनारों पर रूफ रेल्स, ऐरो-कट डिजाइन, ORVM और 18-इंच के अलॉय व्हील्स दिए गए हैं।
SUV के पिछले हिस्से पर शार्क-फिन एंटीना, विंडो वाइपर और रैप-अराउंड LED टेललैंप उपलब्ध हैं, जो इसे बेहद आकर्षक लुक प्रदान करते हैं।
डाइमेंशन के हिसाब से इसका व्हीलबेस 2,755 mm है।
इंजन
पेट्रोल और डीजल इंजन के विकल्प में आती है कार
भारत में इसे पेट्रोल और डीजल इंजन के विकल्प में लाया जाएगा। इसमें पहला BS6 मानकों को पूरा करने वाला 2.0-लीटर पेट्रोल इंजन दिया गया है, जो 150hp की पावर और 192.2Nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है।
दूसरा इसमें 2.0-लीटर डीजल इंजन का विकल्प भी मिलेगा, जो 182.4hp की पावर और 400Nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है।
ट्रांसमिशन का ध्यान रखते हुए इंजन को 6-स्पीड मैन्युअल या 8-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स से जोड़ा गया है।
फीचर्स
केबिन में दिए गए हैं ये फीचर्स
नई हुंडई टक्सन में बड़ा 5-सीटर केबिन दिया गया है, जिसमें एक सनरूफ, 2-जोन क्लाइमेट कंट्रोल, पार्किंग सेंसर, एडवांस ड्राइविंग असिस्मेंट सिस्टम (ADAS), की-लेस एंट्री, USB चार्जर और क्रूज कंट्रोल के साथ मल्टीफंक्शनल स्टीयरिंग व्हील दिया गया है।
यात्रियों के सुरक्षा के लिए कार में ड्यूल फ्रंट एयरबैग, ISOFIX पॉइंट, सीटबेल्ट प्री-टेंशनर और सीट बेल्ट रिमाइंडर जैसे फीचर्स दिए गए हैं।
भारतीय बाजार में नई हुंडई टक्सन को 27.69 लाख रुपये में लॉन्च किया गया है।
न्यूजबाइट्स
वाहनों के लिए क्यों जरूरी है क्रैश टेस्ट?
वाहन सुरक्षा मानकों वाली कारों से सड़क दुर्घटना का ज्यादा खतरा बना रहता है, इसलिए सभी नई कारों को सुरक्षा के न्यूनतम मानक को पूरा करना होता है।
इसके लिए NCAP स्थापित किए गए हैं ताकि क्रैश टेस्ट के दौरान संबंधित अधिकारियों द्वारा देखा जा सके कि ये कारें दुनियाभर में अप्रूव्ड सेफ्टी स्टैंडर्ड टेस्ट को पास कर पाती हैं या नहीं।
इसमें ग्लोबल NCAP, यूरो NCAP, लैटिन NCAP और ASEAN NCAP जैसी कई टेस्ट एजेंसियां शामिल हैं।