NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    इलेक्ट्रिक वाहन
    दोपहिया वाहन
    लेटेस्ट कार
    लेटेस्ट बाइक्स
    ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर
    NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout


    देश राजनीति दुनिया बिज़नेस खेलकूद मनोरंजन टेक्नोलॉजी करियर अजब-गजब लाइफस्टाइल ऑटो एक्सक्लूसिव विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
     
    होम / खबरें / ऑटो की खबरें / भारत में इलेक्ट्रॉनिक वाहनों का भविष्य और क्या हैं इनसे जुड़ी चुनौतियां?
    ऑटो

    भारत में इलेक्ट्रॉनिक वाहनों का भविष्य और क्या हैं इनसे जुड़ी चुनौतियां?

    भारत में इलेक्ट्रॉनिक वाहनों का भविष्य और क्या हैं इनसे जुड़ी चुनौतियां?
    लेखन अविनाश
    Nov 30, 2021, 09:00 am 1 मिनट में पढ़ें
    भारत में इलेक्ट्रॉनिक वाहनों का भविष्य और क्या हैं इनसे जुड़ी चुनौतियां?
    भारत में इलेक्ट्रॉनिक वाहनों को कई चुनैतियों का सामना करना पड़ सकता है

    पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों के कारण भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) की लोकप्रियता काफी तेजी से बढ़ रही है। इनका रखरखाव काफी हद तक सस्ता होता है और इनसे वायु प्रदूषण भी नहीं होता । मौजूदा समय में भारत में पांच लाख से भी ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहन मौजूद है जिसमें निजी कार और बसें आदि शामिल हैं। हालांकि, EV की सफलता के लिए भारत में अभी भी कई चुनौतियों का सामना करना होगा।

    इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति कम जागरूक हैं लोग

    इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर लोगों को जागरूक करना वाहन निर्माताओ के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती रहेगी क्योंकि भारत में अभी एक बड़ी जनसंख्या ऐसी है जिसे EV के फायदों के बारे में नहीं पता। आपको बता दें कि सरकार लगातार लोगों को इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति जागरूक कर रही है और इन प्रयासों को लोगों ने सराहा है। इनकी बिक्री बढ़ाने के लिए कुछ राज्यों की सरकारें सब्सिडी भी प्रदान कर रहीं है।

    कठिन है बैटरियों का निर्माण

    इलेक्ट्रिक वाहन के निर्माण में सबसे बड़ी बाधा है इनके लिए बैटरियों का निर्माण करना। बैटरी बनाना एक मुश्किल काम है और अच्छी बैटरी न बन पाने की वजह से इलेक्ट्रिक गाड़ियों के प्रदर्शन पर बुरा असर पड़ रहा है। सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों से इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण का स्थानीयकरण हुआ है और इसकी वजह से बैटरी सहित इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतों में भारी गिरावट आने की उम्मीद है, लेकिन इसमें समय लगेगा।

    चार्जिंग में लगता है ज्यादा समय

    भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग का कोई बुनियादी ढांचा नही है। इलेक्ट्रिक वाहनों को जल्द चार्ज करने के लिए इन्हें कंपनी के चार्जिंग प्वाइंट पर लेकर जाना पड़ता है। हालांकि आप इन्हें अपने घर पर भी चार्ज कर सकते है लेकिन इसमें समय ज्यादा लगता है। चार्जिंग स्टेशनों का निर्माण और सुरक्षा करना भी एक चुनौती हो सकता है। हालांकि, कई कंपनियां इन पर काम कर रहीं है और जल्द ही सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं।

    बैकअप और इनकी कीमतें

    डीजल और पेट्रोल वाली गाड़ियों के मुकाबले EV की रफ्तार थोड़ी कम होती है और आप इन्हे सीमित दूरी तक ही चला सकते है। अगर आपको लांग ड्राइव पर जाना पसंद है तो इलेक्टिक गाड़ियों को ले जाने से पहले उनकी चार्जिंग का ध्यान जरूर रखें। पेट्रोल और डीजल की गाड़ियों के मुकाबले इनकी कीमतें बहुत ज्यादा होती हैं। इसलिए सरकार ने इस चुनौती से निपटने के प्रयास में EV पर टैक्स कम कर दिया है।

    कम हैं EV के विकल्प

    ईंधन से चलने वाली कार या दोपहिया वाहन खरीदने के सैकड़ों विकल्प उपलब्ध हैं, जबकि EV सेगमेंट में ऐसा बिल्कुल नहीं है। भारतीय बाजार में EV के कुछ ही विकल्प उपलब्ध हैं और उनमें से भी अधिकांश भरोसेमंद निर्माता द्वारा पेश नहीं की जाती। इस वजह से ग्राहक इलेक्ट्रिक गाड़ियां लेने से कतराते हैं। अगर इलेक्ट्रिक गाड़ियों को भारतीय बाजार में जगह बनानी है तो निर्माताओं को नए विकल्प पेश करने की जरूरत है।

    FAME योजना के तहत शामिल नहीं हैं अधिकांश इलेक्ट्रिक वाहन

    भारत सरकार ने प्रोत्साहन और छूट के माध्यम से देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने का प्रयास किया है। लेकिन, FAME योजना के नियम और शर्तें अधिकांश इलेक्ट्रिक वाहनों पर लागू नहीं होती है। लो-स्पीड इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स, लेड-एसिड बैटरी से चलने वाले इलेक्ट्रिक वाहन FAME के ​​तहत कवर नहीं होते हैं। दूसरी ओर महंगे हाई-स्पीड इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए रजिस्ट्रेशन शुल्क, ड्राइविंग लाइसेंस की आवश्यकता होती है और इसके परिणामस्वरूप कई ग्राहक EV खरीदने से बचते हैं।

    इस खबर को शेयर करें
    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    भारत की खबरें
    इलेक्ट्रिक वाहन
    ऑटोमोबाइल

    भारत की खबरें

    कैसे रोका जा सकता है कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट का प्रसार? दक्षिण अफ्रीका
    ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित व्यक्ति में दिखते हैं केवल हल्के लक्षण- दक्षिण अफ्रीकी चिकित्सा निकाय दक्षिण अफ्रीका
    क्या कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी होगी 'कोविशील्ड' और 'कोवैक्सिन'? भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद
    अंग प्रत्यारोपण के मामले में पूरी दुनिया में तीसरे पायदान पर है भारत- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री चीन समाचार

    इलेक्ट्रिक वाहन

    XUV400 हो सकता है महिंद्रा की eXUV300 SUV का नया नाम, कंपनी ने दी जानकारी ऑटोमोबाइल
    कारों और दोपहिया वाहनों में LED लाइट्स इतनी लोकप्रिय क्यों हैं? ऑटोमोबाइल
    जनवरी में आ रही मर्सिडीज विजन EQXX कार, सिंगल चार्ज पर चलेगी 1,000 किलोमीटर से ज्यादा ऑटोमोबाइल
    भारत में 3 नई इलेक्ट्रिक गाड़ियां ला रही BMW, अगले छह महीनों में होंगी लॉन्च BMW कार

    ऑटोमोबाइल

    वाहनों को पीछे से टक्कर लगने के कारण होती हैं 40 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं- रिपोर्ट महाराष्ट्र
    बाउंस ने पार्क+ के साथ मिलाया हाथ, देशभर में लगाएगी 3,500 से ज्यादा बैटरी स्वैपिंग स्टेशन इलेक्ट्रिक स्कूटर
    लॉन्चिंग से पहले नई स्कोडा स्लाविया के वेरिएंट्स आए सामने, फीचर्स भी हुए लीक स्कोडा कार
    रॉयल एनफील्ड SG650 से उठा पर्दा, अगले साल भारत में होगी लॉन्च रॉयल एनफील्ड बाइक

    ऑटो की खबरें पसंद हैं?

    नवीनतम खबरों से अपडेटेड रहें।

    Auto Thumbnail
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स क्रिप्टोकरेंसी भाजपा समाचार कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive कोरोना वायरस वैक्सीन ट्रैवल टिप्स यूक्रेन युद्ध मंकीपॉक्स द्रौपदी मुर्मू IPL 2023
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2023