दोपहिया वाहनों में ड्रम या डिस्क में से कौन सा ब्रेक होता है बेहतर?
किसी भी गाड़ी में ब्रेक्स सबसे जरूरी सेफ्टी फीचर्स में से है। यही कारण है कि आजकल ऑटोमोबाइल कंपनियां दोपहिया वाहनों में ब्रेक सिस्टम पर बहुत ध्यान देती हैं। वैसे तो बाजार में कई तरह के ब्रेक्स प्रचलन में है, पर सबसे ज्यादा जिनका इस्तेमाल किया जाता है वे हैं- डिस्क और ड्रम ब्रेक्स। कुछ लोगों को इन दो ब्रेक्स के बीच का अंतर नहीं पता है। इसलिए इनकी तुलना आपको दोनों ब्रेक्स के बारे में बुनियादी जानकारी देगी।
क्या होते हैं डिस्क ब्रेक?
आजकल बाजार में डिस्क ब्रेक काफी लोकप्रिय हैं। डिस्क ब्रेक में रोटर या ब्रेक डिस्क का उपयोग किया जाता है, जिसमें पहिये रोटर से जुड़े हुए होते हैं। अगर रोटर रुक जाए तो व्हील ठीक तरह से घूमते नहीं हैं। पहियों को रोकने के लिए डिस्क ब्रेक सिस्टम हाइड्रोलिक तारों के माध्यम से ब्रेक पैड पर पावर डालता है। इससे पैड और रोटर के बीच का घर्षण पहिये की गति को धीमा कर देता है।
क्या होते हैं ड्रम ब्रेक?
ड्रम ब्रेक सिस्टम में पहियों को ब्रेक ड्रम से जोड़ा जाता है। ब्रेक ड्रम रोटेशन के कारण ही पहिया घूमता है और पहियों को रोकने के लिए ब्रेक ड्रम को रोकना पड़ता है। इसकी प्रक्रिया डिस्क ब्रेक की प्रक्रिया के सामन ही होती है। हालांकि, ड्रम ब्रेक सिस्टम में कोई ब्रेक पैड या कॉलिपर नहीं लगे होते हैं। इसके बजाय ब्रेक शूज ड्रम ब्रेक को रोकने का काम करते हैं और पहिये रुक जाते हैं।
डिस्क ब्रेक में मिलती है ये सुविधाएं
डिस्क ब्रेक का सबसे बड़ा फायदा है कि यह अत्यधिक गर्मी पड़ने पर भी सही से काम करता है, जो कि ड्रम ब्रेक्स से नहीं हो पाते हैं। अत्यधिक गर्मी पड़ने पर ड्रम ब्रेक्स में लगे ब्रेकिंग फ्लूइड भाप बनकर उड़ जाते हैं, जिससे यह सही से काम नहीं करता। दूसरी तरफ डिस्क ब्रेक का रखरखाव काफी आसान है क्योंकि कैलीपर को मरम्मत के लिए स्वतंत्र रूप से हटाया जा सकता है।
ड्रम ब्रेक के हैं अपने फायदे
ड्रम ब्रेक का यह फायदा है कि इसके लिए आपको डिस्क ब्रेक की तुलना में कम खर्च करना पड़ता है। चूंकि इसकी लागत मूल्य डिस्क ब्रेक की तुलना में कम है, इसलिए ड्रम ब्रेक लगी गाड़ियां भी तुलनात्मक रूप से सस्ती होती है। इसके अलावा ज्यादा सरफेस एरिया की वजह से इसकी उम्र भी लंबी होती है। वाहनों में ड्रम ब्रेक्स लगे होने से व्हील सिलेंडर के साथ काम करना आसान हो जाता है।
दोनों ब्रेक्स के हैं कुछ नुकसान
एक तरफ जहां डिस्क ब्रेक महंगा, शोर करने वाला और पार्किंग ब्रेक लगाने में असमर्थता जैसी परेशानी के साथ आता है। वहीं, ड्रम ब्रेक में ज्यादा मूविंग पार्ट होने की वजह से इसका रखरखाव कठिन हो जाता है। अत्यधिक गर्मी के कारण जोर से ब्रेक लगाने पर ब्रेक शूज और ड्रम पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे ड्रम खराब हो जाते हैं। इस तरह दोनों ब्रेक्स के अपने-अपने नुकसान भी हैं।