कारों में मिलने वाले ऐपल कारप्ले से कितना बेहतर है एंड्रॉयड ऑटो फीचर?

कारों के इंफोटेनमेंट सिस्टम में मिलने वाले ऐपल कारप्ले और एंड्रॉयड ऑटो के बारें में तो आपने जरूर सुना होगा। पहले यह फीचर केवल लग्जरी कारों में ही मिलता था, लेकिन तकनीकी विकास के साथ यह केबिन फीचर अब सस्ती कारों में भी आपको देखने को मिल जाता है। पर दिक्कत तब आती है जब आपको इन दोनों फीचर्स में से किसी एक को चुनना पड़ता है। इसलिए आज का लेख आपको बेहतर विकल्प तय करने में मदद करेगा।
ऐपल कारप्ले और एंड्रॉयड ऑटो का संबंध कारों के डैशबोर्ड में मिलने वाले इंफोटेनमेंट सिस्टम से होता है। इस फीचर को इस्तेमाल करने के लिए अधिकतर कारों में आपको इनके खास ऐप को डाउनलोड करना होता है। यदि आप के पास एंड्रॉयड फोन है तो एंड्रॉयड ऑटो और यदि आपके पास IOS है तो ऐपल कारप्ले ऐप का इस्तेमाल किया जाता है, जिसके बाद आप केबल के जरिये अपने फोन से इसे इंफोटेनमेंट सिस्टम में कनेक्ट कर सकते हैं।
गाड़ी चलाते समय जब आप इंफोटेनमेंट सिस्टम के जरिए निर्देशों का पालन कर रहे हों, कॉल पर हों, या संगीत सुन रहे हों, ऐसे में सिस्टम का क्रैश करना आपको परेशान कर सकता है। आपको बता दें कि महीनों के उपयोग और परीक्षण के बाद ऐपल कारप्ले को इस मामले में बेहतर पाया गया है। इसके लिए ऐपल समय के साथ अपने उत्पाद को बेहतर बनाता रहा है, जबकि गूगल की ओर से ऐसा कोई प्रयास नहीं किया गया है।
जब उपयोगकर्ता के लिए आसानी से समझे जा सकने वाले यूजर इंटरफेस (UI) की बात आती है, तो ऐपल कारप्ले से बेहतर कोई नहीं है। है। सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ इसका सरल UI न केवल इसे समझना में आसान बनाता है, बल्कि उपयोग में भी बेहतर बनाता है। दूसरी तरफ एंड्रॉयड ऑटो इस मामले में थोड़ा पीछे है। यह न केवल UI को जटिल बनाता है, बल्कि इसकी प्रक्रिया को भी धीमा कर देता है।
वॉयस असिस्टेंट सुविधा देने की दौड़ में ऐपल ने सबसे पहले सिरी वॉयस असिस्टेंट की शुरुआत की थी, लेकिन अगर बेहतर सुविधा देने की बात की जाए तो आज के समय में यह आपको गूगल असिस्टेंट में मिलेगी। यह भारतीय सड़कों की स्थितियों और दिशाओं के बार में जानकारी देने में अच्छी तरह से कुशल है और सवार के निर्देशों का पालन करने में बेहतर है। आसान शब्दों में कहें तो यह आज के युग के हिसाब से बेहतर है।
चूंकि कार इंफोटेनमेंट सिस्टम मुख्य रूप से संगीत और पॉडकास्ट सुनने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, इसलिए एंड्रॉयड और ऐपल दोनों में आपको कई फीचर्स मिलते हैं। संगीत के लिए गूगल में आपको यूट्यूब संगीत और ऐपल में ऐपल म्यूजिक का विकल्प मिलता है। इसके अलावा हाल में खास संगीत के लिए आई स्पोटीफाई को भी दोनों ब्रांडों को बहुत अच्छा काम करते देखा गया है। साफ है कि इस सेगमेंट में दोनों ब्रांड बेहतर काम कर रहे हैं।