देश में दौड़ रहे हैं लगभग 14 लाख इलेक्ट्रिक वाहन, सबसे ज्यादा तिपहिया
क्या है खबर?
देश में धीमी शुरूआत के बाद इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की बिक्री रफ्तार पकड़ने लगी है। पिछले एक साल में इनकी बिक्री में तीन गुना बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा साझा किये गए आंकड़ों के अनुसार, देश में 3 अगस्त तक 13.92 लाख इलेक्ट्रिक वाहन सड़कों पर आ चुके हैं।
एक बड़ी जानकारी भी सामने आई है कि EVs को अपनाने में निजी वाहन सेक्टर से आगे कमर्शियल सेक्टर रहा है।
तीन पहिया वाहन
इलेक्ट्रिक वाहनों में तिपहिया की भागीदारी
केंद्र और राज्य सरकार द्वारा EVs को बढ़ावा देने की योजनाएं निजी वाहन मालिकों को इनकी ओर आकर्षित करने में अधिक सफल नहीं हो पाईं हैं।
भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने राज्यसभा को बताया कि मौजूदा समय में भारतीय सड़कों पर इलेक्ट्रिक तीन पहिया वाहनों की संख्या 7.93 लाख यूनिट्स है। यह भारत में अब तक बेचे गए सभी EVs की संख्या का लगभग 57 प्रतिशत हिस्सा है।
EV संख्या
कितने बिके हैं निजी इलेक्ट्रिक वाहन?
निजी वाहन सेक्टर में दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों ने अन्य सेगमेंट की तुलना में बड़ी वृद्धि देखी है। मंत्री ने कहा कि भारत में अब तक लगभग 5.45 लाख इलेक्ट्रिक स्कूटर और मोटरसाइकिल की बिक्री हो चुकी है। यह भारत में बिकने वाली सभी EVs का लगभग 39 प्रतिशत है।
इलेक्ट्रिक कार या इलेक्ट्रिक बसों को इनकी तुलना में अधिक खरीदार नहीं मिले हैं। 3 अगस्त तक देश में कुल 54,252 यूनिट चार पहिया EVs की ही बिक्री हुई है।
योजना
सरकार का देश में बैटरी उत्पादन पर जोर
इस साल की शुरुआत में केंद्र सरकार ने भारत में ऑटोमोबाइल उद्योग की कंपनियों के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना को मंजूरी दी थी।
इस योजना से उन लोगों को लाभ मिलेंगे जो इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी बनाने में सक्षम हैं। योजना का लक्ष्य देश में बैटरी उत्पादन को बढ़ावा देना है।
स्थानीय रूप से निर्मित EV बैटरियों की कीमत आयातित बैटरी से कम होगी, जिसके परिणामस्वरूप इलेक्ट्रिक वाहनों की लागत में भी कमी आएगी।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिये दिल्ली-NCR में 10 साल से पुरानी डीजल कारें और 15 साल से पुरानी पेट्रोल कारों के इस्तेमाल पर रोक लगी हुई है, जिसके चलते हर साल बड़ी संख्या में वाहन चलन से बाहर होते हैं।
हालांकि, ऐसे में बहुत लोग हैं जो चाहते हैं कि उनकी कार 10 या 15 साल के बाद भी चलती रहे। ऐसी स्थिति के लिये सरकार इन कारों में इलेक्ट्रिक किट फिट करा कर चलाने की आजादी देती है।