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    कौन है जूलियन असांजे और किस समझौते के तहत उन्हें जेल से मिली है रिहाई?
    जूलियन असांजे को ब्रिटेन की जेल से मिली रिहाई (तस्वीर: एक्स/@@fr_russie)

    कौन है जूलियन असांजे और किस समझौते के तहत उन्हें जेल से मिली है रिहाई?

    लेखन भारत शर्मा
    Jun 25, 2024
    01:53 pm

    क्या है खबर?

    विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे कई वर्षों तक चले कानूनी विवाद के बाद मंगलवार को जेल से रिहा हो गए।

    उन्होंने अपनी रिहाई के बदले में सैन्य रहस्यों को उजागर करने के एक मामले में अमेरिकी अदालत में दोषी करार दिए जाने पर सहमति जताई है।

    वह पिछले 5 साल ब्रिटेन की जेल में बंद थे और अमेरिका प्रत्यर्पण के खिलाफ लड़ रहे थे।

    आइए जानते हैं कौन हैं असांजे और उन्हें किस समझौते के तहत रिहाई मिली है।

    परिचय

    ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल हैकर्स में से एक थे असांजे

    असांजे का जन्म ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड राज्य के टाउनविले में 3 जुलाई, 1971 को हुआ था। अपने बचपन और जवानी के दिनों में उन्होंने कुल मिलाकर 37 स्कूल बदले थे।

    उन्हें कम उम्र में ही कंप्यूटर में दिलचस्पी हो गई थी और 90 के दशक की शुरुआत में उन्हें ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल हैकर्स में से एक माना जाता था।

    उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न से फिजिक्स और गणित विषय में डिग्री भी हासिल कर रखी है।

    स्थापना

    असांजे ने 2006 में की थी विकिलीक्स की स्थापना

    असांजे ने साल 2006 में विकिलीक्स की स्थापना की थी। इसमें लीक की गई सामग्री को प्रकाशित किया जाता है।

    यह वेबसाइट 2007 में अमेरिका की ग्वांतानामो बे स्थित जेल में हुए मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन के खुलासे से चर्चा में आई थी।

    इसके बाद 2010 में उन्होंने अमेरिका के पूर्व सैनिक चेल्सी मैनिंग द्वारा लीक की एक श्रृंखला प्रकाशित कर दी। उन फाइलों में बगदाद में अमेरिकी सेना द्वारा किए गए हमले का एक वीडियो भी शामिल था।

    अन्य खुलासे

    असांजे ने विकिलीक्स के जरिए किए थे कई अन्य खुलासे

    असांजे ने नवंबर 2010 में विकिलीक्स के जरिए 2.50 लाख से अधिक अमेरिकी राजनयिक केबलों का संग्रह जारी किया था।

    2016 में उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले डेमोक्रेटिक पार्टी के कार्यकर्ताओं के ईमेल प्रकाशित किए।

    अमेरिकी अभियोजकों ने कहा कि ईमेल रूसी खुफिया एजेंसियों द्वारा चुराए गए थे और डोनाल्ड ट्रंप की ओर से चुनाव में हस्तक्षेप करने के लिए एक ऑपरेशन का हिस्सा थे।

    इस खुलासे के बाद पूरे अमेरिका में हड़कंप मच गया था।

    संकट

    असांजे पर कैसे आए संकट के बादल? 

    साल 2010 में असांजे पर स्वीडन की 2 महिलाओं ने दुर्ष्कम के मुकदमे दर्ज कराए थे। जिसके बाद उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया।

    ब्रिटेन की एक अदालत ने फैसला सुनाया कि उन्हें स्वीडन प्रत्यर्पित किया जा सकता है, जिसके बाद असांजे ने 2012 में इक्वाडोर के दूतावास में दाखिल होकर राजनीतिक शरण ले ली।

    उस दाैरान उन्हें डर था कि स्वीडन प्रत्यर्पित किए जाने के बाद उन्हें आसानी से अमेरिका भी प्रत्यर्पित किया जा सकता है।

    गिरफ्तारी

    कैसे हुई असांजे की गिरफ्तारी?

    इक्वाडोर में 7 साल की शरण के बाद वहां की विदेश मंत्री ने 2019 में असांजे पर असभ्य व्यवहार का आरोप लगा दिया।

    2017 में स्वीडिश अधिकारियों ने असांजे के खिलाफ अपने आरोप वापस ले लिए, लेकिन ब्रिटेन से जारी उनका गिरफ्तारी वारंट बरकार था।

    2019 में इक्वाडोर के उनकी शरण वापस लेने के बाद ब्रिटेन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था और तब से वह जेल में बंद हैं और अमेरिका प्रत्यर्पण के खिलाफ लड़ रहे थे।

    रिहाई

    असांजे को कैसे मिली है रिहाई?

    इस साल फरवरी में ऑस्ट्रेलिया की संसद ने अमेरिका और ब्रिटेन की सरकारों से असांजे को उनके देश लौटने की अनुमति देने का आह्वान का प्रस्ताव पारित किया था।

    इसके बाद अप्रैल में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने उनके खिलाफ मुकदमा वापस लेने पर विचार करने की बात कही थी।

    इसके बाद अमेरिकी सरकार ने उनके सामने एक मामले में दोषी बनाए जाने का प्रस्ताव रखा और असांजे ने उसे स्वीकार कर लिया। इस पर उन्हें जमानत मिल गई।

    समझौता

    समझौते में क्या रखी गई है शर्त?

    अमेरिका से हुए समझौते के तहत असांजे को जासूसी अधिनियम के तहत राष्ट्रीय रक्षा सूचना को अवैध रूप से प्राप्त करने और प्रसारित करने की साजिश एक आरोप में दोषी ठहराया जाएगा।

    इसके लिए उन्हें 26 जून को अमेरिकी राष्ट्रमंडल उत्तरी मारियाना द्वीप समूह की संघीय अदालत में पेश किया जाएगा।

    रिपोर्ट के अनुसार, असांजे को इस मामे में 62 महीने जेल की सजा सुनाई जा सकती है, जिसमें ब्रिटेन में जेल में बिताए गए 5 साल भी शामिल होंगे।

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