NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / दुनिया की खबरें / नेपाल का गढ़ीमाई महोत्सव क्या है, जिसे दुनिया का सबसे खूनी उत्सव माना जाता है?
    अगली खबर
    नेपाल का गढ़ीमाई महोत्सव क्या है, जिसे दुनिया का सबसे खूनी उत्सव माना जाता है?
    नेपाल में गढ़ीमाई महोत्सव में दी जाती है लाखों पशुओं की बलि

    नेपाल का गढ़ीमाई महोत्सव क्या है, जिसे दुनिया का सबसे खूनी उत्सव माना जाता है?

    लेखन भारत शर्मा
    Dec 11, 2024
    12:57 pm

    क्या है खबर?

    भारत के पड़ाेसी देश नेपाल में हर 5 साल में मनाया जाने वाला हिंदू धार्मिक त्योहार गढ़ीमाई सामूहिक पशु बलि के कारण दुनिया के सबसे खूनी त्योहार के रूप में कुख्यात है।

    यह महोत्सव सदियों पुराना है और इसमें हिंदू देवी गढ़ीमाई को प्रसन्न करने के लिए जानवरों की बलि दी जाती है।

    भक्तों का मानना ​​है कि इससे समृद्धि आती है। इसमें चूहे, कबूतर, बकरी और भैंस की बलि होती है।

    आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

    बलि

    साल 2019 में दी गई थी ढाई लाख पशुओं की बलि

    ह्यूमन सोसाइटी इंटरनेशनल (HSI) ने कहा कि 2019 में इस महोत्सव में लगभग 2.50 लाख जानवरों की बलि दी गई थी।

    गढ़ीमाई महोत्सव में पशु बलि की प्रथा बारा जिले के बरियारपुर स्थित गढ़ीमाई मंदिर के संस्थापक भगवान चौधरी द्वारा शुरू की गई थी।

    कहा जाता है कि चौधरी को सपना आया कि देवी गढ़ीमाई रक्त की बलि के बदले में समृद्धि देगी। शुरुआत में मानव रक्त चढ़ाने की बात थी, लेकिन चौधरी ने इसके बदले पशु रक्त चढ़ा दिया।

    जानकारी

    एक महीने तक चलता है महोत्सव

    यह महोत्सव पूरे एक महीने चलता है और साल के अंत में अनुष्ठानिक पशु बलि के साथ समाप्त होता है। सामूहिक बलि के लिए भारत से भी पशु लाए जाते हैं। बलि के बाद चारों ओर खून ही खून नजर आता है।

    कानून

    पशु बलि को रोकने पर क्या कहता है कानून

    इस साल महोत्सव से पहले पशु अधिकार कार्यकता भारतीय अधिकारियों के साथ सीमा पर एकत्र हुए और करीब 750 जानवरों को बचाया।

    बलि को रोकने के लिए नेपाल और भारत की अदालतों में याचिकाएं भी दायर हैं। 2009 में नेपाल सरकार ने कहा था कि वह धार्मिक भावनाओं के कारण पशु बलि रोकने के लिए बल का प्रयोग नहीं करेगी।

    भारत के सुप्रीम कोर्ट ने 2014 में नेपाल सीमा से सटे राज्यों को पशु परिवहन रोकने का आदेश दिया था।

    रुख

    मंदिर संचालकों का रुख और कानूनी लड़ाई

    साल 2015 में मंदिर संचालकों ने दावा किया कि भविष्य के त्यौहार रक्तपात से मुक्त होंगे, लेकिन बाद में कहा कि भक्तों को बलि रोकने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता।

    2016 में नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने पशु बलि को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने का आदेश दिया था। हालांकि, इस फैसले को बड़े पैमाने पर नजरअंदाज किया और 2019 में बलि जारी रही।

    इसके बाद मंदिर संचालकों और सरकार के खिलाफ मामला दर्ज कर किया गया था।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    नेपाल
    सुप्रीम कोर्ट

    ताज़ा खबरें

    इंटर मिलान को हराकर पहली बार चैंपियन्स लीग विजेता बनी पेरिस सेंट-जर्मेन, बनाए ये रिकॉर्ड्स  चैंपियन्स लीग
    इजरायल के साथ युद्धविराम पर सहमत हुआ हमास, बंधकों की रिहाई के बदले रखीं ये शर्तें इजरायल
    मिस वर्ल्ड 2025: टूट गया भारत की जीत का सपना, थाईलैंड की सुचाता चुआंग्सरी बनीं विजेता मिस वर्ल्ड
    राजपाल यादव बाेले- बॉलीवुड में अगर नपोटिज्म होता तो मेरे 200 रिश्तेदार यहीं होते राजपाल यादव

    नेपाल

    नेपाल: राष्ट्रपति पौडेल की तबीयत बिगड़ी, काठमांडू के अस्पताल में भर्ती काठमांडू
    नेपाल में 'आदिपुरुष' के शो रद्द, फिल्म के इस डायलॉग पर है आपत्ति आदिपुरुष फिल्म
    युवक ने हाथों के बल 25.03 सेकंड में 75 सीढियां उतरकर बनाया विश्व रिकॉर्ड अजब-गजब खबरें
    नेपाल: काठमांडू जा रहा हेलीकॉप्टर 6 लोगों के साथ लापता, दुर्घटना की आशंका  काठमांडू

    सुप्रीम कोर्ट

    सुप्रीम कोर्ट की प्रदूषण के मामले पर सख्ती, हरियाणा और पंजाब सरकार को लगाई फटकार वायु गुणवत्ता सूचकांक
    सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिशन ने प्रतीक चिन्ह और लेडी जस्टिस की प्रतिमा बदलने पर आपत्ति जताई कपिल सिब्बल
    शरद पवार को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा, घड़ी चुनाव चिन्ह अजित पवार के पास रहेगा शरद पवार
    जस्टिस संजीव खन्ना देश के नए मुख्य न्यायाधीश बने, 11 नवंबर को लेंगे शपथ डीवाई चंद्रचूड़
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025