#NewsBytesExplainer: क्या है एमपॉक्स बीमारी, जिसे लेकर WHO ने चेतावनी जारी की?
पिछले साल तेजी से फैले एमपॉक्स से करीब 90,000 लोग संक्रमित हुए थे और 140 लोगों की मृत्यु हो गई थी। हालांकि, बाद में इसके मामले घट गए, जिसके बाद मई में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल की सूची से हटा दिया था। अब एक बार फिर इसका संक्रमण तेजी से फैल रहा है, जिसके कारण WHO ने इसे लेकर चेतावनी जारी की है। आइए एमपॉक्स के बारे में सभी जरूरी बातें जानते हैं।
सबसे पहले जानें WHO ने क्या चेतावनी जारी की
WHO ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (DRC) में एमपॉक्स फैल रहा है और यहां से ये अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैल सकता है क्योंकि इसके यौन ट्रांसमिशन का पता चला है। एमपॉक्स पर WHO की तकनीकी प्रमुख डॉ रोसमंड लुईस ने मीडिया को बताया कि कांगो में इस साल एमपॉक्स के 13,000 से अधिक मामले दर्ज किये गए हैं और लगभग 600 मौतें हुई हैं।
एमपॉक्स क्या है?
एमपॉक्स (पहले मंकीपॉक्स ) एमपॉक्स वायरस के संक्रमण से होने वाली एक वायरल बीमारी है। मंकीपॉक्स वायरस पॉक्सविरिडे फैमिली से ही आता है, जिसमें वेरियोला, काउपॉक्स, वैक्सीनिया और अन्य वायरस शामिल हैं। एमपॉक्स के लक्षण चेचक के लक्षणों के समान होते हैं, लेकिन हल्के होते हैं। एमपॉक्स का चिकनपॉक्स से कोई संबंध नहीं है। इसका सबसे पहले 1958 में पता चला था। इसका पहला मानव मामला कांगों में एक 9 महीने के शिशु में आया था।
एमपॉक्स कैसे फैलता है?
WHO के अनुसार, किसी संक्रमित जानवर या इंसान के संपर्क में आने पर कोई भी व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित हो सकता है। संक्रमित व्यक्ति की छींक या खांसी के दौरान निकलने वाली बड़ी श्वसन बूंदों या उसके स्पर्श से भी यह फैलता है। यह वायरस छिली हुई त्वचा, सांस और मुंह के जरिए शरीर में प्रवेश करता है। यह यौन संबंधों के जरिए भी फैलता है। 2022 में यह वायरस ज्यादातर यौन संपर्क के माध्यम से फैला था।
एमपॉक्स से संक्रमण के लक्षण क्या हैं?
एमपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति के शरीर पर लाल दाने जैसे दिखाई देते हैं, जो कभी-कभी फफोले बन जाते हैं। यह दाने चेहरे, हाथों की हथेलियों, पैरों के तलवों, कमर, जननांग और गुदा क्षेत्रों को प्रभावित कर सकते हैं। बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और पीठ में दर्द, थकावट और ठंड लगना भी इसके लक्षण हैं। यदि संक्रमण गंभीर हो तो फेफड़ों, आंखों, मस्तिष्क और हृदय तक फैल सकता है। एमपॉक्स की मृत्यु दर प्रकार के अनुसार 10 प्रतिशत तक हो सकती है।
एमपॉक्स का इलाज क्या है?
टेकोविरिमेट SIGA नामक एक एंटी-वायरल दवा है, जिसका उपयोग एमपॉक्स, काउपॉक्स और चेचक के इलाज के लिए किया जाता है। टेकोविरिमैट वायरस की सतह पर पाए जाने वाले प्रोटीन (VP37) को प्रभावित कर इसके फैलने की क्षमता को धीमा कर देती है।
क्या इसके खिलाफ कोई वैक्सीन है?
रिपोर्ट के अनुसार, एमपॉक्स के खिलाफ 3 वैक्सीन हैं, जो चेचक पर शोध के माध्यम से प्राप्त हुई हैं। वर्तमान में WHO एमपॉक्स के खिलाफ बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन की सलाह नहीं देता है। WHO के अनुसार, केवल जोखिम वाले लोगों के वैक्सीनेशन पर विचार किया जाना चाहिए। जोखिम वाले लोग वह हैं, जिनका किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ संपर्क हुआ है। इनमें यौन साथी और स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ता शामिल हैं।
अभी कांगो के अलावा अन्य किन-किन देशों में फैल रहा एमपॉक्स?
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, एशिया में जापान, कंबोडिया, इंडोनेशिया, वियतनाम और चीन जैसे देशों में भी यह बीमारी फैल रही है। जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 13 दिसंबर को रिपोर्ट दी थी कि देश में एमपॉक्स से पहली मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "मरीज को पहले HIV संक्रमण था, लेकिन उसका कोई यात्रा का रिकॉर्ड नहीं है, इसलिए वह संक्रमित कैसे हुआ, यह स्पष्ट नहीं है।"