अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024: डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच किन मुद्दों पर होगी बहस?
अमेरिका में 5 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होना है। इससे पहले डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के बीच पहली लाइव टीवी डिबेट (बहस) होने जा रही है। यह बहस फिलाडेल्फिया के नेशनल कॉन्स्टिट्यूशन सेंटर में भारतीय समयानुसार 11 सितंबर सुबह 6 बजे से होगी। इस बहस में दोनों ही नेताओं पर देश को लेकर अपने अलग दृष्टिकोण को बताने का दबाव होगा। आइए इस बहस के मुद्दों के बारे में जानते हैं।
क्या होती है प्रेसिडेंशियल डिबेट?
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले उम्मीदवारों के बीच अहम मुद्दों पर बहस कराई जाती है। इसके आधार पर मतदाता उम्मीदवारों को लेकर अपनी राय बनाते हैं। इसे ही प्रेसिडेंशियल डिबेट कहा जाता है। चुनाव से पहले ऐसी 2 बहस कराई जाती है। पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट डेमोक्रेटिक पार्टी के जॉन एफ कैनेडी और रिपब्लिकन पार्टी के रिचर्ड निक्सन के बीच हुई थी। 1960 के चुनाव में निक्सन हार गए थे और कैनेडी राष्ट्रपति बने थे।
क्या है बहस में हिस्सा लेने की योग्यता?
प्रेसिडेंशियल डिबेट में हिस्सा लेने के लिए किसी उम्मीदवार को 4 स्वीकृत राष्ट्रीय चुनावों में न्यूनतम 15 प्रतिशत समर्थन हासिल करना होता है। इसी तरह इलेक्टोरल कॉलेज में 270 वोट जीतने में सक्षम होने के लिए पर्याप्त राज्यों में समर्थन मिलना जरूरी होता है।
कैसा होगा बहस का प्रारूप?
ABC द्वारा आयोजित यह बहस 90 मिनट चलेगी और इसमें दर्शक या माइक्रोफोन नहीं होगा। उम्मीदवारों का परिचय क्रमशः ABC न्यूज लाइव प्राइम और वर्ल्ड न्यूज टुनाइट के मॉडरेटर डेविड मुइर और लिन्सी डेविस कराएंगे। हैरिस टीम ने प्रारूप पर चिंता जताते हुए कहा है कि इससे बहस में बाधा आ सकती है। हालांकि, ट्रंप के वरिष्ठ सलाहकार जेसन मिलर ने कहा कि उन्होंने ABC बहस को CNN बहस के समान ही शर्तों के तहत स्वीकार किया है।
क्या हैं बहस के नियम और संभावित रणनीतियां?
यह बहस ABC न्यूज पर सुबह 6 बजे दो विज्ञापन ब्रेक के साथ प्रसारित की जाएगी। इसे ABC न्यूज लाइव, डिज्नी+, हुलु और फॉक्स न्यूज पर भी स्ट्रीम किया जाएगा। इसमें उम्मीदवारों को एक-दूसरे से प्रश्न पूछने, किसी वस्तु या पूर्व-लिखित नोट का उपयोग करने की अनुमति नहीं होगी। प्रत्येक उम्मीदवार को पूछे गए प्रश्नों का उत्तर देने, किसी आरोप का खंडन करने तथा आगे की जानकारी के लिए एक अतिरिक्त मिनट का समय भी दिया जाएगा।
किन मुद्दों पर हो सकती है बहस?
एक तरफ ट्रंप जहां बहस की तैयारियों पर कम ध्यान देते हुए चुनावी रैलियां कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर हैरिस ने पेंसिल्वेनिया में सप्ताहांत के दौरान बहस में अपने जवाब देने की मजबूत तैयारी की है। ट्रम्प आव्रजन, कर, विदेश नीति, चुनाव में भागीदारी जैसे मुद्दों पर हैरिस को निशाना बना सकते हैं। वहीं, हैरिस ट्रम्प गर्भपात कानून, रूस-यूक्रेन युद्ध सहित ट्रंप को चुनौती देने के लिए अभियोजक के रूप में अपने अनुभव का लाभ उठा सकती हैं।
एक-दूसरे को कैसे घेर सकते हैं ट्रंप और हैरिस?
हैरिस बहस में ट्रंप को एक बूढ़ा और अपने जैसे लोगों की मदद करने वाले अमीर आदमी दिखाने की कोशिश कर सकती है। डेमोक्रेटिक आरोप लगाते रहे हैं कि वह लोकतंत्र के लिए खतरा हैं। हैरिस भी उसी तरह का हमला दोहरा सकती हैं। इसी तरह ट्रंप बाइडन सरकार द्वारा खारिज की गई निजी स्वास्थ्य बीमा की नीति और तथाकथित 'ग्रीन न्यू डील' के समर्थन का मुद्दा उठा सकते हैं। इसी तरह वह सीमा-सुरक्षा नीतियों पर हमला कर सकते हैं।
कौन करेगा बहस की शुरुआत?
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान उम्मीदवारों के बीच होने वाली बहस में टॉस कराया जाता है। इससे निर्धारित होता है कि कौन-सा प्रतिभागी बहस में पोडियम पर किस तरफ (दायां या बायां) खड़ा होगा या फिर बहस के अंत में बोलेगा। इस बहस का टॉस हो चुका है, जिसे ट्रंप ने जीता है। ट्रंप ने टॉस जीतकर बहस के अंत में बोलने का फैसला किया है। इसका मतलब है कि इस बहस की शुरुआत हैरिस करेंगी।
कैसा होता है हार-जीत का फैसला?
इस बहर में हार-जीत का फैसला 4 बिंदुओ पर किया जाता है। सबसे पहले न्यूज चैनल और राजनीतिक विशेषज्ञ बहस के बाद अपनी राय देते हैं। इसी तरह न्यूज चैनल और सर्वे एजेंसियां बहस बाद ओपिनियन पोल कराती हैं और उसके नतीजों को आधार माना जाता है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यूजर्स की प्रतिक्रिया भी अहम भूमिका निभाती है। इसके अलावा, वोटिंग इंटेंशन सर्वे भी हार-जीत का फैसला करने का एक जरिया है।