अमेरिका: फाइजर ने 5 साल से छोटे बच्चों की कोरोना वैक्सीन के लिए मांगी मंजूरी
दुनिया में चल रहे कोरोना वायरस के बेहद संक्रामक ओमिक्रॉन वेरिएंट के प्रकोप के बीच अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर-बायोएनटेक ने छह महीने से पांच साल तक के बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए तैयार अपनी कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी मांगी है। यदि अमेरिकी खाद एवं औषधि प्रशासन (FDA) इस दो खुराक वाली वैक्सीन को मंजूरी देता है तो यह अमेरिका में इस आयु वर्ग में इस्तेमाल होने वाली पहली वैक्सीन बन जाएगी।
फाइजर ने FDA के पास भेजना शुरू किया वैक्सीन का डाटा
फाइजर-बायोएनटेक ने कहा, "FDA के अनुरोध के बाद उसने मंगलवार को अपना आधिकारिक आवेदन जमा कर दिया है और अब वैक्सीन से संबंधित डाटा भेजा जा रहा है।" कंपनी ने आगे कहा, "FDA बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर पहले से ही काफी सजग रहा है और अब डाटा जमा कराने के बाद मंजूरी की प्रक्रिया जल्द ही आगे बढ़ सकेगी। यदि वैक्सीन को मंजूरी मिलती है तो यह इस आयु वर्ग के लिए पहली वैक्सीन होगी।"
15 फरवरी को आवेदन पर विचार करेगा FDA
इस संबंध में FDA के अंतरिम प्रमुख जेनेट वुडकॉक ने ट्वीट किया, 'छह महीने से पांच साल तक के बच्चों के लिए एक सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता में शामिल है। हम फाइजर के अनुरोध पर विचार करने के लिए दो सप्ताह बाद यानी 15 फरवरी को एक बैठक करेंगे।' बता दें यदि FDA बैठक में कंपनी के डाटा से संतुष्ट होता है तो मार्च की शुरुआत में वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल सकती है।
"दो खुराकों के लिए मांगी जा रही है मंजूरी"
फाइजर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अल्बर्ट बौर्ला ने कहा, "कंपनी ने बच्चों के लिए तीन खुराक वाली वैक्सीन का ट्रायल कर रही है, लेकिन दो खुराकों के ही बच्चों में प्रभावी मिलने को देखते हुए फिलहाल दो खुराकों की ही मंजूरी मांगी गई है।" उन्होंने आगे कहा, "वर्तमान में सामने आ रहे नए वेरिएंटों के खिलाफ उच्च स्तरीय सुरक्षा के लिए तीसरी खुराक की भी आवश्यकता पड़ सकती है, लेकिन उसकी मंजूरी बाद में मांगी जाएगी।"
वैक्सीन के ट्रायल में क्या निकला है निष्कर्ष?
कंपनी के शोधकर्ताओं ने कहा है कि बच्चों में व्यस्कों की तुलना में वैक्सीन की बहुत कम मात्रा में खुराक का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसमें सामने आया है कि कम मात्रा वाली खुराक भी दो साल तक के बच्चों को वायरस के खिलाफ सुरक्षा प्रदान कर रही है। हालांकि, दो से पांच साल के बच्चों के लिए यह पर्याप्त नहीं है। शोधकर्ताओं ने कहा कि इस आयु वर्ग के लिए तीसरी खुराक की भी आवश्यकता पड़ सकती है।
बच्चों के वैक्सीनेशन का इंतजार कर रहे हैं परिजन
अमेरिका में पांच साल से कम उम्र के करीब 2.30 करोड़ बच्चे हैं। ऐसे में महामारी के दो साल बाद अधिकतर परिजन अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में यह वैक्सीन उनके लिए वरदान साबित हो सकती है।
अमेरिका में काफी धीमी है बच्चों के वैक्सीनेशन की रफ्तार
बता दें कि अमेरिका में फाइजर की पांच से 11 साल तक के बच्चों की वैक्सीन को तीन महीने पहले ही आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई थी, लेकिन इस उम्र के बच्चों में वैक्सीनेशन की रफ्तार काफी धीमी है। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) के अनुसार, उस आयु वर्ग में केवल 30 प्रतिशत बच्चों को पहली और महज 22 प्रतिशत बच्चों को दोनों खुराक लगी है। ऐसे में सरकार इसकी रफ्तार बढ़ाने के प्रयास में जुटी है।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
दुनियाभर में अब तक 38.12 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 56.85 लाख लोगों की मौत हुई है। सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में 7.53 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं और 8.30 लाख लोगों की मौत हुई है। CDC के अनुसार, कोरोना वायरस से बच्चों के गंभीर बीमार पड़ने की संभावना कम है, लेकिन इसके बाद भी अमेरिका में चार साल से कम उम्र के 400 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है।