पाकिस्तान: सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान की गिरफ्तारी को बताया अवैध, तुरंत रिहा करने का आदेश
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने मामले में सुनवाई करते हुए उनकी गिरफ्तारी को अवैध बताया और उन्हें तुरंत रिहा करने का आदेश दिया। मुख्य न्यायाधीश उमर अता बंदियाल ने इमरान को कोर्ट परिसर से गिरफ्तार करने पर सवाल उठाते हुए पूछा कि किसी व्यक्ति को कोर्ट से कैसे गिरफ्तार किया जा सकता है। इमरान को मंगलवार को इस्लामाबाद हाई कोर्ट से गिरफ्तार किया गया था।
पाकिस्तान को जेल नहीं बनने देंगे- सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हाई कोर्ट से इमरान की गिरफ्तारी न्याय के अधिकार का उल्लंघन है। तल्ख टिप्पणी करते हुए कोर्ट ने कहा कि वह पाकिस्तान को जेल नहीं बनने देगा और ये भविष्य के लिए मिसाल पेश करने का समय है। कोर्ट ने कहा कि इमरान को इस्लामाबाद हाई कोर्ट जाना चाहिए और हाई कोर्ट जो फैसला दे, उसका पालन करना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इमरान को जल्द रिहा किया जा सकता है।
इमरान की गिरफ्तारी कानून के मुताबिक- बिलावल भुट्टो
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि इमरान खान की गिरफ्तारी कानून और संविधान के अनुसार की गई है। उन्होंने कहा, "एक राजनीतिक दल के रूप में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) को अपनी प्रतिक्रिया को राजनीति तक सीमित रखना चाहिए था, लेकिन उन्होंने पहले ही तय कर लिया था कि वे एक उग्रवादी संगठन के रूप में काम करेंगे और पत्थर-बंदूकें उठाकर देश पर हमला करेंगे। उन्होंने PTI से प्रदर्शन खत्म करने का आह्वान भी किया।
गिरफ्तारी के विरोध में हिंसक प्रदर्शन, 47 मौतें
इमरान की गिरफ्तारी के बाद से ही पाकिस्तान के कई शहरों में सरकार और सेना विरोधी प्रदर्शन चल रहे हैं। इनमें अब तक 47 लोगों की मौत हो चुकी है और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने करीब 1,000 लोगों को हिरासत में भी लिया है। लाहौर और इस्लामाबाद से सबसे ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हुई है। पाकिस्तान के चारों प्रांतों में फिलहाल सेना तैनात है और लगातार हिंसक झड़पों की खबरें आ रही हैं।
क्यों गिरफ्तार किए गए हैं इमरान?
इमरान पर प्रधानमंत्री रहने के दौरान एक रियल एस्टेट कंपनी के साथ समझौते के जरिए गैरकानूनी आर्थिक लाभ अर्जित करने का आरोप है। अल-कादिर ट्रस्ट से संबंधित इस मामले में इमरान की पत्नी बुशरा बीबी और उनके दो करीबी सहयोगी, जुल्फिकार बुखारी और बाबर अवान, भी आरोपी हैं। पाकिस्तान की प्रवर्तन और जांच एजेंसी नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) ने इमरान के खिलाफ वारंट जारी किया था, जिसके बाद मंगलवार को उन्हें नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया गया।