लाहौर: रैली में जयशंकर का वीडियो चलाकर इमरान खान ने की भारत की तारीफ
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर भारत की स्वतंत्र विदेश नीति की तारीफ की है। लाहौर में आयोजित एक रैली के दौरान खान ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर का एक वीडियो दिखाया और अमेरिकी दबाव के बावजूद रूस से सस्ता तेल खरीदने के लिए मजबूत रूख अपनाने के लिए उनकी तारीफ की। बता दें कि खान इससे पहले भी कई मौकों पर भारत की विदेश नीति की तारीफ कर चुके हैं।
खान ने क्या कहा?
खान ने कहा कि अगर भारत, जो पाकिस्तान के साथ ही आजाद हुआ था और अगर नई दिल्ली मजबूत स्टैंड लेकर अपने लोगों के अनुकूल विदेश नीति बना रही है तो वो (प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार) कौन होते हैं, जो रेखा खींच रहे हैं। उन्होंने (अमेरिका) भारत को रूस से तेल न खरीदने को कहा। देखिये जब अमेरिका ने रूस से तेल न खरीदने को कहा तो भारत के विदेश मंत्री ने क्या जवाब दिया।
खान ने चलाया जयशंकर का वीडियो
अपने इस बयान के बाद इमरान खान ने लोगों के सामने एस जयशंकर के भाषण का एक छोटा वीडियो चला दिया। इसके बाद भारत की तारीफ करते हुए खान ने कहा, "जयशंकर उनको बोल रहे हैं कि आप कौन होते हैं। उन्होंने कहा कि यूरोप तेल खरीद रहा है और हम भी खरीदेंगे क्योंकि हमारे लोगों को इसकी जरूरत है। यह होती है आजाद हुकुमत।" इस मौके पर उन्होंने अमेरिका के सामने झुकने पर पाकिस्तानी सरकार की भी आलोचना की।
पाकिस्तान सरकार में अमेरिका को ना कहने का दम नहीं- खान
क्रिकेटर रह चुके खान ने कहा कि रूस से सस्ता तेल खरीदने की बात हुई थी, लेकिन इस सरकार में अमेरिका को न कहने का दम नहीं है। तेल के दाम आसमान छू रहे हैं और लोग गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे हैं।
कई मौकों पर कर चुके हैं भारत की तारीफ
अप्रैल में प्रधानमंत्री पद गंवाने वाले इमरान खान कई मौकों पर भारत की विदेश नीति की तारीफ कर चुके हैं। खान ने मार्च में कहा था, "मैं आज भारत को सलाम करता हूं। इन्होंने हमेशा एक आजाद विदेश नीति का पालन किया है। आज भारत का अमेरिका के साथ क्वाड में गठबंधन है और रूस से तेल भी खरीद रहा है जबकि प्रतिबंध लगे हुए हैं क्योंकि भारत की नीति अपने लोगों के लिए है।'
भारत एक खुद्दार कौम- खान
अप्रैल में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले देश को संबोधित करते हुए खान ने एक बार फिर भारत की विदेश नीति को सराहा था। उस वक्त उन्होंने कहा था कि भारत एक खुद्दार कौम है और किसी की हिम्मत नहीं है कि कोई साजिश करे। किसी सुपर पावर में यह हिम्मत नहीं है कि वो उसे अपने हिसाब से विदेश नीति में बदलाव की बात कह दे। इसके बाद भी कई मौकों पर उन्होंने ऐसी बातें कही।