आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को बचाने की कोशिश में पाक, कहा- पुलवामा हमले में हाथ नहीं
पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तानी सरकार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के संपर्क में है। साथ ही कुरैशी ने पुलवामा हमले के पीछे जैश का हाथ होने से इनकार करते हुए कहा कि जैश ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली थी। जब उनसे इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा इन खबरों में कंफ्यूजन है। इससे एक दिन पहले उन्होंने स्वीकार किया था आतंकी मसूद अजहर पाकिस्तान में हैं और वह बहुत बीमार है।
जैश को बचाने की कोशिश में पाकिस्तान
कुरैशी ने दावा किया कि जैश-ए-मोहम्मद ने यह नहीं कहा था कि पुलवामा हमले के पीछे उसका हाथ है और हमले में उसकी भूमिका को लेकर कंफ्यूजन है। बता दें, जैश ने खुद पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली थी। आतंकी संगठन के प्रवक्ता ने एक बयान जारी कर कहा था कि इस हमले में सुरक्षाबलों के कई वाहन नष्ट हुए और उन्होंने हमलावर आतंकी आदिल अहमद डार का नाम भी बताया था।
आतंकी का वीडियो हुआ था जारी
आतंकी संगठन ने डार का एक वीडियो भी जारी किया था। इसमें डार भारत विरोधी बातें करता हुआ सुनाई दे रहा था। डार के पीछे जैश-ए-मोहम्मद का झंडा लगा हुआ था। पुलवामा हमले के तुरंत बाद यह वीडियो जारी किया गया।
जैश के संपर्क में पाकिस्तानी सरकार
इन सब सबूतों के बाद भी पाकिस्तान जैश को बचाने की कोशिश में लगा हुआ है। कुरैशी ने कहा कि पुलवामा हमले में जैश की भूमिका को लेकर कंफ्यूजिंग रिपोर्ट्स हैं। जब उनसे ऐसी रिपोर्ट्स के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमले के बाद जैश से संपर्क किया गया था तब उन्होंने हमले में हाथ होने से इनकार किया था। उन्होंने कहा कि यहां के लोगों और जैश-ए-मोहम्मद के करीबी लोगों ने जैश से संपर्क किया था।
पुलवामा हमले में शहीद हुए थे 40 जवान
जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी आदिल अहमद डार ने CRPF के काफिले में विस्फोटकों से भरी कार टकरा दी थी। हमले में CRPF के 40 जवान घायल हुए थे। हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव चरम सीमा पर पहुंच गया है।
कुरैशी ने स्वीकारी थी मसूद के पाकिस्तान में होने की बात
इससे पहले कुरैशी ने CNN को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि मसूद पाकिस्तान में है और बेहद बीमार है। उन्होंने कहा कि वह इतना बीमार है कि घर से नहीं निकल सकता। कुरैशी ने कहा कि भारत अगर पाकिस्तानी अदालत को मंजूर होने वाले सबूत पेश करेगा तो पाकिस्तान उसके खिलाफ कार्रवाई करेगा। कुरैशी ने कहा, "अगर उनके (भारत) पास मजबूत सबूत हैं तो बैठें और बात करें। हम बात करने को तैयार हैं और कार्रवाई करेंगे।"
कंधार हाईजैक मामले में छोड़ा गया था मसूद
मसूद अजहर को पुर्तगाल के फर्जी पासपोर्ट के सहारे यात्रा करने के आधार पर 1994 में कश्मीर से गिरफ्तार किया गया था। उसकी रिहाई यात्री विमान आईसी-814 के बदले हुई थी। दरअसल, आतंकियों ने 178 यात्रियों से भरे इस विमान को छोड़ने के बदले तीन आतंकियों की रिहाई की शर्त रखी थी। भारत सरकार ने विमान को आतंकियों की पकड़ से छुड़ाने के लिए जिन तीन आतंकियों को रिहा किया था, उसमें से मसूद एक था।
लगातार जारी है भारत की कोशिशें
भारत पिछले काफी समय से मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषिक कराने की कोशिश में है। भारत सबसे पहले 2009 में संयुक्त राष्ट्र में मसूद के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रस्ताव लेकर आया था। इसके बाद साल 2016 और 2017 में भारत ने मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव दिया। हालांकि, तब चीन ने भारत के इस प्रस्ताव पर वीटो का इस्तेमाल कर गिरा दिया। भारत को इस मामले में कई देशों का समर्थन हासिल है।